कपिल बस्सी/निस
हमीरपुर, 18 जनवरी
जिला मुख्यालय के निजी अस्पताल की कथित लापरवाही के कारण रेखा कुमारी पत्नी नरेश कुमार गांव बारीं मंदिर की मौत की जांच पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर करेंगे। मंगलवार को ग्रामीणों तथा परिजनों ने उपायुक्त देवश्वेता बनिक को सारे मामले से अवगत करवा निजी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की। मृतक रेखा की बहन नीलम चौहान ने बताया कि रेखा कुमारी 7 माह से गर्भवती थी तथा स्वास्थ्य परीक्षण के लिए नियमित रूप से निजी अस्पताल जाती थी। 7 माह की रिपोर्ट में निजी अस्पताल द्वारा रेखा तथा भ्रूण का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक बताया जाता रहा। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन नियमित चेकअप फीस भी वसूलता रहा। गत् 15 जनवरी को रेखा की तबीयत अचानक खराब हो गई तो सुबह निजी अस्पताल लाया गया। अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें बड़सर (मैहरे) स्थित हार्ट अस्पताल जाकर टेस्ट करवाने के लिए कहा। बड़सर से टेस्ट करवाकर फिर अस्पताल आ गए। उन्होंने बताया कि यहां फिर डॉक्टर ने एक सप्ताह की दवाईयां देकर घर भेज दिया। गत् 15 जनवरी की शाम को रेखा की तबीयत तेजी से बिगड़ी तो उसे फिर अस्पताल लाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां इमरजेंसी में न तो स्ट्रैचर मिला और न ही तुरंत डॉक्टर मिला। रेखा को गोद में उठाकर अस्पताल की दूसरी मंजिल तक पहुंचाया गया। उस वक्त रेखा को कोई ब्लीडिंग नहीं थी। नीलम ने बताया कि 15 जनवरी को ही रात 9 बजे निजी अस्पताल प्रबंधन ने एक इंजेक्शन लगाकर मरीज को मेडिकल कालेज अस्पताल टांडा ले जाने के फरमान जारी कर दिया। लगभग रात्रि 11:45 बजे मेडिकल कालेज अस्पताल टांडा पहुंचे तथा करीब एक घंटे के टेस्ट के बाद बताया गया कि करीब 8 माह का भ्रूण पेट में ही मर चुका है और अब रेखा की जान को भी खतरा है। रात्रि 2:30 बजे टांडा मेडिकल अस्पताल में रेखा ने दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि रेखा के पति नरेश कुमार, पुरषोत्तम चौहान, अशोक कुमार, अजय कुमार ने सारे प्रकरण की जिला स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में निष्पक्ष जांच करने की मांग की हैं तथा निजी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर दोषियों को दंडित करने की गुहार लगाई हैं। इस संदर्भ में उपायुक्त देवश्वेता बनिक ने मृतका रेखा के परिवारजनों ने निजी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए है और गंभीर आरोप होने के कारण पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शीघ्र जांच करने बारे आदेश दिए गए हैं।