शिमला, 2 अक्तूबर (हप्र)
पहाड़ों की रानी शिमला घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों और अन्य यात्रियों के लिए खुशखबरी है।शिमला-कालका हैरिटेज रेल लाइन पर रेगाड़ियों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है। रेलवे ने पहले इस रेल लाईन पर इंजन का सफल ट्रायल किया और आज दोपहर शिमला से खाली ट्रेन कालका भेजी गई। शाम को यही ट्रेन यात्रियों को लेकर शिमला पहुंची। यह ट्रायल सफल होने के बाद कल मंगलवार से ट्रेन की नियमित आवाजाही शुरू हो जाएगी।
भारी बारिश की वजह से शिमला-कालका हैरिटेज रेल ट्रैक पर शिमला के लिए 6 जुलाई से रेल गाड़ियों की आवाजाही बंद थी। 14 अगस्त की सुबह शिमला के समरहिल के पास हुई बादल फटने की घटना में पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 20 लोगों की जान चली गई थी। यह भूस्खलन शिमला के एडवांस स्टडी के नजदीक से शुरू होकर यूनिवर्सिटी रोड को नुकसान पहुंचता हुआ रेलवे ट्रैक और शिव मंदिर तक पहुंचा था। यहां रेल पुल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से इस रेल लाईन पर रेल गाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई थी। रेलवे ने युद्ध स्तर पर इसकी मरम्मत का काम किया और करीब डेढ़ महीने की कड़ी मेहनत के बाद यहां सीसी ग्रिप के जरिए पुल तैयार कर दिया गया।
पहाड़ों पर फिर लौटी सैलानियों की रौनक
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून के दौरान आई प्राकृतिक आपदा का दौर थमने के बाद पहाड़ों पर सैलानियों की रौनक फिर लौटने लगी है। सैलानी फिर से हिमाचल के पहाड़ों का रुख करने लगे हैं। सैलानियों की आमद बढ़ना राज्य के पर्यटन उद्योग के पटरी पर लौटने का संकेत है। वीकेंड पर शिमला, धर्मशाला व मनाली में सैलानी भारी संख्या में पहुंचते हैं, मगर प्राकृतिक आपदा के चलते सडक़ों के क्षतिग्रस्त होने की वजह व भूस्खलन के खौफ के चलते जुलाई व अगस्त महीने में प्रदेश में सैलानियों की आमद 5 फीसद तक सिमट गई थी, मगर इस सप्ताहांत के साथ गांधी जयंती का अवकाश होने की वजह से शिमला के होटलों में 60 तथा मनाली में 40 फीसद तक ऑक्यूपेंसी रही।
पर्यटक ले सकेंगे खूबसूरत सफर का मजा
पहाड़ों की रानी शिमला घूमने के लिए आने वाले पर्यटक 3 अक्तूबर से नियमित तौर पर टॉय ट्रेन के सफर का मजा ले सकेंगे। इसके अलावा पश्चिम बंगाल से नवरात्रों के मौके पर शिमला के कालीबाड़ी मंदिर में शीश नवाने के लिए आने वाले पर्यटकों को भी सुविधा मिल सकेगी। यही नहीं, यहां आने वाले प्रवासी मजदूर भी बड़ी संख्या में इसी ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में प्रवासी मजदूरों को भी ट्रेन की आवाजाही शुरू होने से फायदा पहुंचेगा। रेलवे ने रिकॉर्ड समय में पुल तैयार कर सभी को बड़ी सुविधा दी है।