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रामपुर बुशहर के महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर हॉस्पिटल में शुरू हुई कीमोथैरेपी

प्रेम राज काश्यप/हप्र रामपुर बुशहर, 30 मार्च प्रदेश के चार जिलों शिमला, मंडी, किन्नौर व कुल्लू जिले के दुर्गम क्षेत्रों के कैंसर के मरीजों के लिए राहत की खबर है। महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर हॉस्पिटल खनेरी में कीमोथैरेपी शुरू...

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प्रेम राज काश्यप/हप्र

रामपुर बुशहर, 30 मार्च

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प्रदेश के चार जिलों शिमला, मंडी, किन्नौर व कुल्लू जिले के दुर्गम क्षेत्रों के कैंसर के मरीजों के लिए राहत की खबर है। महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर हॉस्पिटल खनेरी में कीमोथैरेपी शुरू हो गई है। कैंसर के मरीजों को अब तक शिमला स्थित कैंसर अस्पताल में कीमोथैरेपी करवानी पड़ती थी, वहीं अब इन मरीजों को घरद्वार पर कीमोथैरेपी करवाने की सुविधा मिलेगी।

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अब कैंसर के मरीजों को 130 किलोमीटर दूर शिमला नहीं जाना पड़ेगा। खासकर, आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को बड़ी राहत मिली है। रामपुर के महात्मा गांधी खनेरी अस्पताल में ऊपरी हिमाचल के शिमला, कुल्लू, किन्नौर और मंडी जिलों के हजारों मरीज उपचार के खनेरी अस्पताल की ओपीडी नंबर 20 में जांच और उपचार करने के लिए पहुंचते हैं। कैंसर से मरीजों को कीमोथैरेपी करवाने के लिए शिमला जाना पड़ता था। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी।

अब खनेरी अस्पताल में कीमोथैरेपी शुरू हो गई है। कैंसर के मरीज खनेरी अस्पताल की ओपीडी नंबर 20 में जांच और उपचार प्राप्त कर सकते हैं। अस्पताल में तैनात विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. सुचिता पाल्मो कैंसर रोगियों का उपचार कर रही हैं, जबकि उनके साथ प्रशिक्षण प्राप्त स्टाफ नर्स पुष्पा वर्मा मरीजों के उपचार में सहयोग कर रही हैं। डॉ. सुचिता ने बीते वर्ष फरीदाबाद और उज्जैन में कैंसर के उपचार का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वर्तमान में उनके पास शिमला, कुल्लू और मंडी जिले के 141 मेरीज उपचार करवा रहे हैं। दिसंबर से अब तक अस्पताल में 59 कैंसर पीड़ितों की कीमोथैरेपी हो चुकी है। अस्पताल में कैंसर पीड़ितों के लिए डे केयर के आधार पर चार बैड स्थापित किए गए हैं।

विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. सुचिता पाल्मो ने बताया कि मरीजों को अब कीमोथैरेपी के लिए शिमला और चंडीगढ़ नहीं जाना पड़ेगा।

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