शिमला (निस) : नवरात्र मेलों की शुरूआत से पूर्व गत आधी रात को उपायुक्त ऊना राघव शर्मा अंतर्राज्यीय बैरियर पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले मैहतपुर में एसडीएम डॉ. निधि पटेल के साथ दस्तावेज़ों की जांच का प्रबंध देखा। इसके बाद उपायुक्त करीब 12 बजे रात में गगरेट में आशापुरी बैरियर पर व्यवस्थाएं देखने पहुंच गए। उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि श्रावण अष्टमी नवरात्र मेलों के दौरान मंदिरों व अन्य धार्मिक स्थलों पर बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को जिला की सीमा में प्रवेश करने की सशर्त अनुमति प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु के पास या तो कोविड वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवाने का प्रमाण पत्र होना चाहिए या अधिकतकम 72 घंटे पुरानी आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।