शिमला, 28 अक्तूबर (निस)
हिमाचल प्रदेश सरकार ने शिमला जिला के रोहडू में पब्बर नदी पर निर्माणाधीन पुल के निर्माण के बीच में ही ढह जाने के मामले में तीन इंजीनियरों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इस पुल के निर्माण पर लगभग 20 करोड़ रुपए खर्च हो चुके थे और इसका निर्माण कार्य वर्ष 2018 में शुरू हुआ था। यह पुल रोहडू-बखीरणा में पब्बर नदी पर बन रहा था। इस पुल के बन जाने से रोहडू-मेंदली बाईपास सड़क आपस में जुड़ जानी थी। इस पुल की लम्बाई 96 मीटर थी तथा जब ये पुल ध्वस्त हुआ उस समय इसका निर्माण अंतिम चरण में था। ये पुल इसी साल 13 मई को अचानक धराशायी हो गया था। इस पुल का निर्माण पंचकूला की एक कंपनी कर रही थी।
जानकारी के मुताबिक लोक निर्माण विभाग के जिन तीन इंजीनियरों को चार्जशीट किया गया है उनमें एक पूर्व अधिशासी अभियंता, एक पूर्व एसडीओ और एक पूर्व जूनियर इंजीनियर शामिल हैं। ये सभी इंजीनियर पुल ढहने के समय रोहडू में तैनात थे और विभागीय जांच कमेटी की रिपोर्ट में इनकी लापरवाही सामने आई थी जिसके बाद इन्हें नौकरी से निलंबित कर दिया गया था।पुल ढहने के इस मामले में प्रदेश सरकार ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने रिपोर्ट में पुल निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल और लोकनिर्माण विभाग के इंजीनियरों की लापरवाही की बात कही थी।