कपिल बस्सी/निस
हमीरपुर, 30 नवंबर
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सोमवार को प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है की पूंजीपतियों के मददगार किसान विरोधी कानून केंद्र की सरकार को तत्काल वापस लेने चाहिए और केंद्र को बिना देरी किए किसानों से बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खट्टर सरकार को अन्नदाताओं पर किए अत्याचार के लिए अभिलंब माफी मांगनी चाहिए। केंद्र सरकार को भी किसान की ताक़त का एहसास हो गया होगा इसलिए दमनकारी तरीके अपनाकर किसान के आन्दोलन को रौंदने की मंशाए त्याग देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का ऐसे वातावरण में भी कानून को सही ठहराना ज़ाहिर करता है कि सरकार किसान विरोधी मानसिकता से ग्रस्त है। उन्होंने कहा कि जो राज्य सरकारें क़ानून का समर्थन करते हुए मुट्ठी भर पूंजीपतियों के साथ खड़ी हैं उनको भी इस का खमियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पूंजीपतियों के साथ मिल कर किसान के उत्पाद को औने-पौने दाम पर ख़रीदने और फिर उनकी ज़मीनों पर कब्जे की साजिश का भंडाफोड़ हो गया है।