शिमला, 27 जुलाई (निस)
हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम ने आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के हेलीकॉप्टर को शिमला से नहीं उड़ने दिया। मुख्यमंत्री को आज जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की स्पिति घाटी का दौरा करना था और वहां विभिन्न विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास करने थे। मौसम द्वारा हेलीकॉप्टर का रास्ता रोकने के चलते मुख्यमंत्री ने शिमला से ही वर्चुअल माध्यम से स्पीति घाटी में विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने 14.52 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने हुल में 48 लाख रुपये की लागत के हेलिपैड, ताबो में 74 लाख रुपये की लागत के संग्रहालय एवं पुस्तकालय, किब्बर में 80 लाख रुपये की लागत के सामुदायिक भवन, की में 1.86 करोड़ रुपये की लागत के संग्रहालय एवं पुस्तकालय, काजा में 1.82 करोड़ रुपये की उठाऊ जल आपूर्ति परियोजना के संवर्धन और ग्राम पंचायत काजा में शिल्ला नाला से 8.82 करोड़ रुपये लागत की सूक्ष्म सिंचाई योजना काजा का लोकार्पण किया। जयराम ने 131.21 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने काजा में 34.57 करोड़ रुपये लागत के आइस हॉकी रिंक, काजा में 12.18 करोड़ रुपये लागत के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अतिरिक्त भवन, शिल्ला में शिल्ला नाला के ऊपर 2.60 करोड़ रुपये लागत के 60 मीटर लम्बे स्टील ट्रस पुल, काजा में 8.69 करोड़ रुपये लागत के हाई एल्टीटयूड प्रशिक्षण केन्द्र, मुद में पिन नदी के ऊपर टेलिंग और मुद के बीच 3.23 करोड़ रुपये की लागत के 75 मीटर लम्बे वाहन योग्य स्टील ट्रस पुल और ताबो में 2.28 करोड़ रुपये की लागत के परिधि गृह का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने जनजातीय क्षेत्र में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के लिए जनजातीय भत्ता 450 रुपये से 650 रुपये और शीतकालीन भत्ते को 300 रुपये से 500 रुपये बढ़ाने की घोषणा की।
सांगला-छितकुल सड़क बहाल, फंसे पर्यटक निकाले
बटसेरी में भूस्खलन की घटना के बाद सांगला से आगे छितकुल की ओर जाने वाले मार्ग को आज देर सायं बहाल कर दिया गया। हादसे के बाद छितकुल और रकछम में फंसे सभी पर्यटकों को निकाल लिया गया है। पर्यटकों को सड़क मार्ग से ही सुरक्षित निकाल लिया गया है। इन्हें हेलीकॉप्टर से बाहर निकालने की इसलिए भी योजना नहीं बनाई गई क्योंकि मौसम लगातार खराब बना हुआ है और हेलीकॉप्टर उड़ नहीं पा रहा है। छितकुल और रकछम में फंसे पर्यटकों को वहां से सुरक्षित निकालने के बाद किन्नौर जिला प्रशासन ने सांगला छितकुल सड़क को फिर से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम कल 28 जुलाई को सांगला पहुंच रही है और इस टीम से क्लीयरेंस मिलने के बाद ही सांगला-छितकुल मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए खोला जाएगा। लाहौल घाटी में भारी वर्षा के चलते भागा नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है जिस कारण जिस्पा में भागा नदी के किनारे स्थित तीन दुकानें नदी में बह गई।
हिमाचल पर दो दिन भारी
हिमाचल के लिए आज और कल दो दिन काफी भारी साबित हो सकते हैं। मौसम विभाग द्वारा 27 और 28 जुलाई को राज्य के पांच जिलों में भारी से बहुत भारी और कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा रेड अलर्ट जारी किया गया है। ये रेड अलर्ट बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों के लिए जारी किया गया है। इन जिलों में कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा की संभावनाएं हैं जिस कारण भूस्खलन, जमीन धंसने और अचानक नदी नालों का जलस्तर बढ़ने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसे देखते हुए विभाग ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने तथा पूरा एहतियात बरतने को कहा है। विभाग ने 27 से 29 जुलाई तक राज्य के शेष छह जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
हिमाचल पर दो दिन भारी
मौसम विभाग ने 30 और 31 जुलाई को राज्य के 10 जिलों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। बीते 24 घंटों के दौरान भराड़ी में सर्वाधिक 76, सरकाघाट में 60, गोहर में 45, धर्मशाला में 44, बिजाही में 36, मैहरे में 34, पच्छाद में 33, हमीरपुर में 32 और सुजानपुर टिहरा में 31 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। राज्य के अन्य स्थानों पर भी इस दौरान व्यापक से भारी वर्षा हुई है।