धर्मशाला (निस) : कोरोना संक्रमण से कांगड़ा जिले के पालमपुर के फरेड़ गांव की 45 वर्षीय महिला ने आज सुबह टांडा मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। इस महिला की मौत के साथ ही कांगड़ा जिले में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा छह हो गया है। महिला की मौत की पुष्टि सीएमओ कांगड़ा डा. गुरदर्शन गुप्ता ने की है। इस बीच, टांडा मेडिकल कालेज में बीते दिन दो नर्सों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद आज बुधवार को दूसरे दिन अब स्त्री रोग विभाग (गॉयनी) के ही एक महिला और एक पुरुष डाक्टर कोरोना संक्रमित पाये गये। इसकी पुष्टि कालेज के चिकित्सा अधीक्षक डा. सुरिंद्र कुमार शर्मा ने की। इन दो डाक्टरों को मिलाकर कांगड़ा में आज कोरोना संक्रमण के 11 मामले आये। वहीं एक 15 साल के युवा की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।