बीबीएन, 17 जनवरी (निस)
26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की केंद्र सरकार की घोषणा का दून भाजपा ने स्वागत किया है। दून के विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह फैसला ऐतिहासिक है तथा इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने साहिबजादों के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। पम्मी ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपनी चारों संतानों को कुर्बान कर दिया था।
शहादत के वक्त गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादे अजीत सिंह की आयु 18 वर्ष और जुझार सिंह की 15 वर्ष थी। 26 दिसंबर को दोनों साहिबजादे मुगलों के साथ लड़ते हुए चमकौर में शहीद हो गए जबकि उनके दो छोटे साहिबजादों 9 वर्ष के जोरावर सिंह और 6 वर्ष के फतेह सिंह को धर्म परिवर्तन न करने के कारण दीवार में चिनवा दिया गया था।