ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 20 मई
पानी के मुद्दे पर दिल्ली और हरियाणा फिर आमने-सामने हैं। भीषण गर्मी में सभी जगह पानी की डिमांड और खपत बढ़ गई है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार हरियाणा पर पूरा पानी नहीं देने के आरोप लगा रही है। इस पर पलटवार करते हुए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘अपने लोगों को प्यासा मारकर हम दिल्ली की प्यास नहीं बुझा सकते।’
चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में सीएम ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार दिल्ली को पूरा पानी दिया जा रहा है। हमारी ड्यूटी हैदरपुर और वजीराबाद के स्टोरेज चैनल में पानी भरने की है। इसके लिए 1050 क्यूसिक पानी दिल्ली को मुनक नहर के जरिये दिया जा रहा है। अब दिल्ली ने द्वारका, ओखला व चंद्रावल में नये चैनल बना लिए हैं और इन दोनों से वहां पानी शिफ्ट किया जा रहा है। ऐसे में इन चैनलों को कभी भरा ही नहीं जा सकता।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आप’ डबल भूमिका में हैं। दिल्ली के सीएम को चाहिए कि वह पंजाब में एसवाईएल नहर का निर्माण करवाएं और हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलवाएं। साथ ही, हांसी-बुटाना लिंक नहर में पंजाब द्वारा डाले गए रोड़े को हटवाएं। इसके बाद अगर जरूरत पड़ी तो दिल्ली को हरियाणा और भी पानी देगा, लेकिन फिलहाल हरियाणा के पास दिल्ली को देने के लिए पानी नहीं है। खट्टर ने कहा, पानी की समस्या खुद दिल्ली सरकार पैदा कर रही है। 26 साल पहले हुए समझौते के मुताबिक दिल्ली को 700 क्यूसिक पानी देना तय हुआ था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसमें 330 क्यूसिक पानी और जोड़ा गया। खुद पानी की किल्लत झेलते हुए दिल्ली को निरंतर 1050 क्यूसिक पानी दिया जा रहा है। सीएम ने कहा, ‘पानी पर आम आदमी पार्टी को राजनीति नहीं करनी चाहिए। अगर हम राजनीति करेंगे तो पूरी करेंगे।’