सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 19 अगस्त।
उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने यमुनानगर जिले के हजारों उपभोक्ताओं से 25 करोड़ से अधिक की राशि बिजली बिलों की लेनी है, लेकिन बिजली उपभोक्ता काफी समय से इस राशि का भुगतान नहीं कर रहे। निगम ने न सिर्फ इन्हें नोटिस दिए हैं बल्कि इन्हें डिफाल्टर घोषित भी कर दिया है। उसका भी बहुत ज्यादा परिणाम देखने को नहीं मिल रहा।
आरटीआई कार्यकर्ता जयचंद चौहान ने बताया कि यमुनानगर स्थित इंडस्ट्रियल एरिया सब-डिवीजन के 3785 उपभोक्ताओं से बिजली निगम ने 3 करोड 95 लाख रुपया लेना है। इसी तरह सब-डिवीजन नंबर वन से 6 करोड़ 30 लाख, सब-डिवीजन आईटीआई के 526 उपभोक्ताओं से चार करोड़ 28 लाख रुपए, सब-डिवीजन रादौर के 550 उपभोक्ताओं से 5 करोड़ 58 लाख रुपए, मॉडल टाउन सब-डिवीजन के 2072 उपभोक्ताओं से 3 करोड़ 21 लाख की राशि लेनी है।
उन्होंने बताया कि यह वह उपभोक्ता है, जिन्होंने एक लाख से अधिक की राशि का बिजली बिलों का भुगतान करना है।
बिजली बिलों का न मिलना भी समस्या
यमुनानगर जिला के कई इलाके अभी भी ऐसे हैं, जहां बिजली के बिल पिछले कई महीनों से नहीं आ रहे। कई इलाके तो ऐसे हैं जहां पिछले 6 से 8 महीने से न तो बिजली के मीटर की रीडिंग ली गई न ही बिल भेजा गया। इन उपभोक्ताओं के मोबाइल पर हर 2 महीने बाद पिछले बिल में कुछ राशि और बढ़ाकर भेज दी जाती है। रिकॉर्ड में उपभोक्ताओं से लेनदारी लगातार बढ़ रही है लेकिन वास्तव में बिजली खपत उतनी नहीं है। और न ही उपभोक्ताओं को रेगुलर बिजली के बिल मिल रहे हैं।