हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 24 जनवरी
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ जांच प्रक्रिया से नाखुश पहलवान अब अगली रणनीति बनाने में जुट गए हैं। जंतर-मंतर पर तीन दिन तक धरने पर बैठे कई पहलवानों ने मंगलवार शाम को खरखौदा में गुपचुप बैठक कर अपने अगले कदम के संबंध में मंथन किया। मीडिया से दूरी बनाकर की गई बैठक में पहलवानों द्वारा अपनी कमेटी का गठन कर आगामी रणनीति को तैयार करने के फैसले की चर्चा है।
गत सप्ताह राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक जीतने वाले देश के टॉप पहलवान गंभीर आरोपों के साथ जंतर-मंतर पर जाकर बैठ गए थे। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर महिला पहलवानों के यौन शोषण करने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। पहलवानों ने इस दौरान स्पष्ट किया था कि वह सरकार के विरोध में नहीं है, लेकिन फेडरेशन की मौजूदा स्थिति से काफी दुखी और आहत हैं। ऐसे में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के आश्वासन पर पहलवानों ने अपने धरने को खत्म किया था। जिसके बाद एक कमेटी का भी गठन किया जा चुका है, जो जांच कर रही है। हालांकि पहलवान इस बात से नाराज हैं कि समिति बनाने से पहले उनसे मशविरा नहीं किया गया।
इसी बीच, मंगलवार को शीर्ष पहलवानों के साथ ही काफी संख्या में अन्य पहलवान खरखौदा के एक अखाड़े में जुटे और गुपचुप बैठक की। सूत्रों के अनुसार पहलवान अपनी भी एक कमेटी का गठन कर आगामी रणनीति को तैयार करेंगे। पहलवानों ने बैठक में इस बात को दोहराया है कि वह सरकार के विरोध में नहीं हैं, लेकिन मौजूदा भारतीय कुश्ती महासंघ को लेकर पहलवान नाराज हैं। अब सबकी निगाहें उनके आगामी कदम को लेकर है।
दिन भर ट्वीट रहे चर्चा में
पहलवानों के ट्वीट दिनभर चर्चा में रहे, जिसमें विनेश फोगाट ने जांच कमेटी के गठन से पहले उनसे परामर्श ना लिए जाने की नाराजगी जाहिर करते हुए, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व खेल मंत्री को टैग किया। इससे पहले उन्होंने अपने साथी पहलवानों का हौसला बढ़ाते हुए ट्वीट किया कि मुकाम बड़ा हो तो हौसलों में बुलंदी रखना। वहीं पहलवान बजरंग पूनिया ने भी पहलवानों से परमार्श न लिए जाने पर ट्वीट कर दुःख जाहिर किया। अन्य पहलवानों ने भी ऐसे कदम को फॉलो किया।