करनाल, 28 जून (हप्र)
करनाल जिले के 56 गांवों का भूजलस्तर चिंताजनक स्थिति में पहुंच गया है। 100 फुट नीचे गिर चुका जलस्तर हर साल एक मीटर की रफ्तार से नीचे जा रहा है। करनाल खंड पहले से डार्क जोन में आ चुका है। इसे लेकर किसानों को टपका सिंचाई विधि का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। मंगलवार को उपायुक्त अनीश यादव ने सूक्ष्म सिंचाई एवं नहरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के एक प्रचार वाहन को लघु सचिवालय परिसर से झंडी दिखाकर रवाना किया।
उपायुक्त ने बताया कि टपका विधि से 70 से 80 प्रतिशत पानी की बचत होती है। काडा की ओर से किसानों को इसके लिए 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि पानी बचाने के लिए जिला जल सुरक्षा योजना बनाई गई है। इसे लेकर अटल भूजल योजना के तहत करनाल ब्लॉक के 41 गांव लिए गए हैं। इन गांवों में डीएसआर विधि से धान की रोपाई करने पर जोर दिया जा रहा है। इस अवसर पर काडा के कार्यकारी अभियन्ता हरिदेव काम्बोज भी मौजूद रहे।