सोनीपत, 8 फरवरी (हप्र)
कुंडली बॉर्डर पर धीरे-धीरे नजारा बदल रहा है। यहां अब हरियाणवीं तड़का लग रहा है तो महिलाओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है। कुछ समय पहले तक जहां धरने पर पंजाब के किसानों का दबदबा था, वहीं अब हरियाणा के किसानों और खाप चौधरियों का दबदबा बढ़ रहा है। धरनास्थल पर न केवल हुक्कों की संख्या बढ़ रही है, बल्कि गांवों से पहुंचने वाले किसानों के अलग-अलग टैंट भी दिख रहे हैं। उधर, आंतिल खाप ने तो गांव-गांव मुनादी कराई है कि हर घर से एक आदमी जरूर धरने पर पहुंचे। जहां कोई नौकरीपेशा परिवार है, तो वहां से महिलाएं आएं। इसमें केवल किसान ही नहीं, बल्कि गांव की 36 बिरादरी का आह्वान किया जा रहा है। धरनास्थल पर भी इस मुद्दे पर सोमवार को खाप की पंचायत हुई और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
खापों के आह्वान के बाद अब महिलाओं ने हलचल बढ़ा दी है। रोजाना महिलाएं ट्रैक्टर-ट्रालियों में नाचती-गाती धरनास्थल पहुंच रही हैं। महिलाओं का कहना है कि सरकार किसानों को दबाना चाहती हैं, लेकिन देश के अन्नदाता के कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े रहने के लिए अब महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया हैं। महिलाएं न केवल किसानों के साथ राशन लेकर पहुंच रही हैं, बल्कि लंगर में सहयोग भी कर रही हैं। खास बात यह है कि हरियाणा की महिलाएं पंजाब की महिलाओं के साथ खूब चर्चा कर रही हैं और सुख-दुख सांझा कर रही हैं।
गांव भैंसवाल से ट्रैक्टर लेकर पहुंची बिमला और दर्शना ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर दो माह से ज्यादा समय से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। किसान क्रांतिकारी कदम उठाएंगे, जिनमें महिलाएं उनके साथ रहेंगी। सरकार को हर हाल में तीनों कृषि कानून रद्द करने होंगे। सरकार अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ेगी तो किसान भी अड़े रहेंगे। अब हम यहां से वापस जाने वाले नहीं हैं। महिलाओं ने गीतों के माध्यम से भी सरकार को नसीहत दी।