अम्बाला, 30 सितंबर (हप्र)
कांग्रेस विधायक वरुण मुलाना ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) को खत्म किया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत में वरुण मुलाना ने कहा कि अगस्त 2020 से 2023 तक करीब 70 लाख परिवार पहचान पत्र बनें हैं, लेकिन ज्यादातर में त्रुटियां है। जिन्हें ठीक कराने के लिए लोग सरकारी आफिसों के धक्के खा रहे हैं। इन पीपीपी में किसी की आय ज्यादा दिखा दी है तो किसी का नाम गलत है। इस वजह से लोग सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। विधायक ने कहा कि सितंबर 2021 में हरियाणा परिवार पहचान अधिनियम लागू हुआ और इसके डेटा को लेकर सरकार अब तक करीब 105 करोड़ रुपए के करीब खर्च कर चुकी है। इसके बावजूद इसमें इतनी खामियां है। उन्होंने सरकार से मांग की कि तुरंत पीपीपी की खामियां दूर की जाएं।