ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 31 अगस्त
हरियाणा सरकार लोगों के स्वास्थ्य की जांच के लिए अब विशेष मुहिम चलाएगी। मुख्य फोकस 18 वर्ष आयु वर्ग तक के बच्चों पर रहेगा। जीरो से 18 वर्ष तक आयु तक के सभी बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। आयुष्मान भारत योजना और हरियाणा द्वारा इसके तहत शुरू की गई ‘चिरायु’ योजना को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। 1 लाख 80 हजार से तीन लाख रुपये तक सालाना आय वाले परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाने के काम भी इस मुहिम के तहत होंगे।
पहली सितंबर से शुरू होगी वाला ‘आयुष्मान भव’ अभियान 31 दिसंबर तक चलेगा। इस अभियापन की तैयारियों को लेकर बृहस्पतिवार को मुख्य सचिव ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ़ सुमिता मिश्रा, स्वास्थ्य विभाग की एसीएस डॉ़ जी़ अनुपमा, प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार, विकास एवं पंचायत विभाग के महानिदेशक डीके बेहरा, सेकेंडरी एजुकेशन के निदेशक डॉ़ अंशज सिंह, एनएचएम के मिशन डायरेकटर राजनारायण कौशिक व मेडिकल एजुकेशन की निदेशक डॉ़ प्रियंका सोनी मौजूद रहीं।
इस मौके पर कौशल ने कहा कि ‘आयुष्मान भव’ विशेष अभियान नागरिकों के लिए सभी स्वास्थ्य सेवाओं का आधार होगा। चार माह तक चलने वाले अभियान से हर घर तक पहुंच कर सभी लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल किया जाएगा। अभियान के तहत आयुष्मान आपके द्वार, आयुष्मान सभाएं, आयुष्मान मेले, आंगनवाड़ी और सरकारी स्कूलों के सभी बच्चों की स्क्रीनिंग, आयुष्मान ग्राम पंचायत व सेवा पखवाड़ा मनाया जाएगा।
7 मुख्य स्वास्थ्य विषयों पर विभाग के पदाधिकारी नागरिकों तक पहुंचेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि आयुष्मान आपके द्वार के तहत गांव, खंड एवं जिला स्तर पर आयुष्मान भारत चिरायु स्कीम के 1.80 लाख रुपये तक आय वाले परिवारों के निशुल्क तथा 3 लाख रुपए तक की आय वाले परिवारों से 1500 रुपए प्रति परिवार प्रति वर्ष लेकर लगभग 8 लाख नागरिकों के स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाएंगे। गांव स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिए ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी। इनमें स्वास्थ्य, सफाई और पोषण बारे विस्तार से जानकारी दी जाएगी। साथ ही, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर हर सप्ताह शनिवार व रविवार को आयुष्मान मेले लगाए जाएंगे। इनमें मधुमेह, बीपी, कैंसर, मुंह, सरवाईकल, तपेदिक, कुष्ठ रोग, संक्रामक रोग, मातृत्व एवं बाल स्वास्थ्य, प्रतिरक्षण, आंखों की जांच जैसे स्वास्थ्य कार्य किए जाएंगे। मेडिकल कॉलेजों द्वारा भी हर सप्ताह सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आयुष्मान मेले लगाए जाएंगे।
पंचायत व वार्ड में बनाए जाएंगे स्वास्थ्य कार्ड
आयुष्मान ग्राम पंचायत व वार्ड पंचायत में 5 साल से ऊपर के योग्य व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाई जाएगी। टीबी और गर्भवती महिलाओं एवं योग्य बच्चों के प्रतिरक्षण का कार्य किया जाएगा। राज्य के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अस्पताल, मेडिकल कालेज सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों में सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम चलाया जाएगा।