सीवन, 7 अप्रैल (निस)
सीवन में कैथल पटियाला मुख्य मार्ग पर एसआर पेट्रोल पम्प के पास लगी आग से 5 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जल कर राख हो गई। मेन रोड से शिमला फार्म की ओर जाने वाले रास्ते पर लगी इस आग पर किसानों ने समय रहते काबू पा लिया नहीं तो जिस प्रकार से तेज हवा चल रही थी उससे आग बहुत अधिक फैल सकती थी और नुकसान बहुत अधिक हो सकता था।
किसान सुरजीत सैनी ने बताया कि उसने मेन रोड से शिमला फार्म की ओर जाने वाली सड़क पर 10 एकड़ भूमि ठेके पर ली हुई है और उसमें उसने गेहूं की फसल काश्त की हुई थी। मंगलवार रात को करीब 9 बजे बिजली आने पर अचानक से चिंगारी उठी और देखते ही देखते आग भड़क उठी। हवा तेज होने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग को भड़कता देख कर आस पास के किसान मौके पर पहुंच गए। किसानों ने ट्रैक्टरों की मदद से आग को आगे बढ़ने से रोका।
समय पर नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी
सुरजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने कई बार फायर बिग्रेड को फोन किया लेकिन फायर बिग्रेड समय पर मौके पर नहीं पहुंची। किसानों ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक 5 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जल कर नष्ट हो चुकी थी। जब तक फायर बिग्रेड पहुंची तब तक किसानों ने खुद की आग पर काबू पा लिया था। फायर बिग्रेड रास्ते में से ही वापस चली गई। किसान ने मांग की है कि उसके खेत में हुई आगजनी के कारण जो नुकसान हुआ उसके लिए उसे मुआवजा दिया जाए।
बडतौली में 2 एकड़ गेहूं की फसल राख
बाबैन (निस) : बिजली की तारों से निकली चिंगारी से गांव बड़तौली में किसान की पक कर तैयार खड़ी करीब 2 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल व एक एकड़ फानें जल कर राख हो गए। गेहूं में आग लगने की सूचना मिलते ही गांव बड़तौली के लोग मौके पर पहुंचे और ट्रैक्टरों की मदद से आग पर काबू पाया। बीती रात आई तेज हवाओं के कारण बड़तौली निवासी गुरबाज सिंह के खेत में खड़े बिजली के खंभें पर जम्पर ढिलें होने के कारण बिजली की तारे आपस में टकरा गई जिनसे बिजली की तेज चिंगारियां निकलीं। खेत में गेहूं के फाने पड़े थे, उनमें आग लग गई। आग तेज हवाओं के कारण आसपास के खेताें में फैलने लगी। आग लगने की सूचना जैसे ही ग्रामीणों को लगी ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने के प्रयासों में जुट गए। किसानों ने कई ट्रैक्टरों से आसपास खड़ें गेहूं के खेत भी जोत दिए ताकि आग आगे ना फैल से। जब तक ग्रामीण आग पर काबू पाते गुरबाज सिंह की डेढ़ एकड़, अमनदीप की आधा एकड़ व सुरजीत सिंह के एक एकड़ के फाने जलकर राख हो चुके थे।