दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 25 मार्च हरियाणा की खट्टर सरकार भी पूर्व की हुड्डा सरकार के दिखाए मार्ग पर चल रही है। ब्यूरोक्रेसी के प्रति भाजपा का भी उतना ही सॉफ्ट कार्नर है, जितना हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में होता था। इससे दो कदम आगे बढ़ते हुए भाजपा सरकार कई मामलों में आईएएस के साथ आईपीएस लॉबी को भी तवज्जो दे रही है। शुक्रवार को भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने 2 और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों को फिर से ‘रोजगार’ दे दिया।
1986 बैच के आईएएस और प्रदेश के मुख्य सचिव रहे विजय वर्धन को सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त तथा डॉ़. एसएस फूलिया को राज्य सूचना आयुक्त नियुक्त किया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह के लिए रवाना होने से पूर्व यहां हरियाणा निवास में दोनों को शपथ ग्रहण करवाई। राज्यपाल बण्डारू दत्तात्रेय के चंडीगढ़ से बाहर होने की वजह से सीएम ने शपथ दिलाई। इसके लिए राज्यपाल की ओर से सीएम को अधिकृत किया गया था। विजय वर्धन पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर हुए थे। एसएस सिंह फूलिया पेशे से शिक्षक रहे हैं। वे अंबाला कॉलेज के प्रिंसिपल थे और पूर्व की हुड्डा सरकार में उन्हें सीधे आईएएस मनोनीत किया गया था। विजय वर्धन और एसएस फूलिया का कार्यकाल तीन वर्षों के लिए रहेगा। पहले सूचना आयुक्तों का कार्यकाल 5 वर्ष के लिए होता था लेकिन केंद्र सरकार ने 2019 में एक्ट में संशोधन किया था। यशपाल सिंघल मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर कार्यरत थे और 23 मार्च को ही उनका कार्यकाल पूरा हुआ है।