दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 सितंबर
हरियाणा सरकार की पाबंदी के बावजूद होमगार्ड विभाग में हुई जवानों की भर्तियों की जांच अब स्टेट विजिलेंस ब्यूरो करेगा। विभाग से लिखित में आए जवाब के बाद राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने जांच की सिफारिश की है। विगत दिवस ही विभाग की ओर से गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजय वर्धन को भर्तियों का रिकार्ड सौंपा गया था। यह पूरी फाइल होम सेक्रेटरी ने गृह मंत्री को भिजवा दी है।
विज ने फाइल की स्टडी करने के बाद स्वीकार किया है कि भर्तियों में गड़बड़ हुई है। इसीलिए उन्होंने इसकी बारीकी से जांच के लिए विजिलेंस ब्यूरो से जांच की सिफारिश की है। विज द्वारा की गई सिफारिश अब सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस पर फैसला करेंगे। पिछले कुछ सप्ताह के दौरान यह दूसरा मामला है, जिसकी जांच का जिम्मा विजिलेंस को दिया है। इससे पहले शराब घोटाले को लेकर वरिष्ठ आईएएस टीसी गुप्ता की अध्यक्षता वाली स्पेशल इंक्वायरी टीम (एसईटी) की जांच रिपोर्ट के आधार पर विज ने विजिलेंस ब्यूरो से जांच की सिफारिश की थी। मुख्यमंत्री इस पर मुहर भी लगा चुके हैं। बहरहाल, होमगार्ड भर्ती के इस नये घोटाले से भर्ती हुए जवानों के अलावा पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विज के पास कई जिलों से बड़ी संख्या में पहुंची शिकायतों में इस भर्ती में गड़बड़ी होने के आरोप लगे थे। इन शिकायतों पर नोटिस लेते हुए विज ने होमगार्ड के महानिदेशक से जिलावार भर्ती किए होमगार्ड जवानों का ब्योरा तलब किया था।
एसपी भी आ सकते हैं जांच के दायरे में
बेहद भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि होमगार्ड भर्ती घोटाले के पीछे कई तरह की कहानियां हैं। कुछ आईपीएस अधिकारी राज्य के गृह मंत्री अनिल विज के रडार पर हैं। हालांकि विज के पास पहले भी इस तरह की शिकायतें आई थीं, लेकिन उन्होंने इन्हें हल्के में लिया। जब होमगार्ड भर्ती में धांधली की शिकायतों की संख्या बढ़ी तो उन्होंने इसे काफी गंभीरता से लिया। बताते हैं कि कई जिलों के एसपी भी जांच दायरे में आ सकते हैं।