ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 5 फरवरी
फिर एक दिन की रिमांड अवधि समाप्त होने पर विजिलेंस ने चीका के पूर्व थाना प्रभारी जयवीर को ड्यूटी मजिस्ट्रेट अश्विनी गुप्ता की अदालत में पेश किया। विजिलेंस ने अदालत में कहा कि आरोपी से अभी तक नकदी बरामद नहीं हुई है और न ही शिकायत की कॉपी मिली है। इसलिए पूछताछ व रिकवरी के लिए रिमांड बढ़ाया जाए। जयवीर के वकील अशोक गौतम व मनीष गीरा ने कहा कि विजिलेंस अनावश्यक रूप से जयवीर को परेशान कर रही है। आरोपी विजिलेंस के साथ पूर्ण सहयोग कर रहा है। विजिलेंस ने चीका थाने के टॉयलट की सीट तक उखाड़ दी लेकिन वहां से कुछ नहीं मिला। जब शिकायतकर्ता ने कोई शिकायत जयवीर को दी ही नहीं तो उसकी बरामदगी कैसे होगी। दोनों पक्षों को सुनने के बाद जज ने आरोपी को दोबारा 2 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। विजिलेंस टीम ने अदालत से जयवीर को तीसरी बार 2 दिन का पुलिस रिमांड मांगा, जिसे मंजूर कर लिया गया। जयवीर को विजिलेंस अब 7 फरवरी को चौथी बार अदालत में पेश करेगी। बतों दें कि 5 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में पूर्व थाना प्रभारी जयवीर के खिलाफ विजिलेंस ने केस दर्ज किया है।
घर के दरवाजे पर लगाया नोटिस
शिकायतकर्ता चांदराम ने विजिलेंस को बताया था कि जयवीर शर्मा ने अनिल नाम के एक युवक को रिश्वत के 5 हजार रुपये दिए थे, जिसे लेकर वह भाग गया था। देर रात विजिलेंस ने चीका पुलिस थाना में अनिल को बुलाकर पूछताछ की। अनिल ने उन्हें बताया कि वह सक्षम योजना के तहत थाने में कंप्यूटर आपरेटर लगा था और 31 जुलाई को उसे हटा दिया गया था। उसके बाद वह पुलिस थाने आया ही नहीं। जिस दिन यह घटनाक्रम हुआ, उस दिन तो उनके घर पर सगाई का कार्यक्रम था, जिसका वीडियो उसने विजिलेंस को दिखाया। अनिल ने विजिलेंस को शुक्रवार को ब्यान भी दर्ज कराये थे। विजिलेंस ने अनिल को शनिवार को दोबारा कैथल आकर अपने बयान दर्ज कराने को कहा था, लेकिन वह नहीं पहुंचा। इसके बाद शनिवार शाम विजिलेंस की टीम अनिल के घर पहुंची। वहां अनिल नहीं मिला। इसके बाद विजिलेंस ने अनिल के घर के दरवाजे पर नोटिस चस्पा दिया। उनके परिजनों का आरोप है कि विजिलेंस की टीम ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
लोग बोले-साजिश के तहत फंसा रही विजिलेंस
कोर्ट द्वारा इंस्पेक्टर जयवीर को दो दिन का पुलिस रिमांड मिलने की सूचना पाकर कोर्ट के बाहर खड़ी लोगों की भीड़ में मायूसी छा गई। रामपाल सिरटा, राजू डोहर, राजेश आत्रेय, नेत्रपाल आदि ने कहा कि उन्हें लगाता है कि जयवीर किसी षड्य़ंत्र व राजनीति का शिकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि जयवीर ईमानदार पुलिस अधिकारी है। लोग उसके साथ हैं। उन्होंने कहा कि विजिलेंस जयवीर को जानबूझकर फंसाना चाहती है।