उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज देंगे विद्यार्थियों को डिग्रियां : अभय चौटाला
सिरसा, 4 मार्च (हप्र)
इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा किभारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कल बुधवार सुबह 9.30 बजे ओढां स्थित माता हरकी देवी कॉलेज में दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे एवं विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान करेंगे। वे मंगलवार को डबवाली रोड स्थित अपने आवास पर मीडिया से रूबरू हो रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उसके बाद वे सिरसा स्थित जेसीडी विद्यापीठ में पूर्वसीएम ओमप्रकाश चौटाला की स्मृति में बनाये जाने वाले संग्रहालय का शिलान्यास भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को सिरसा में चलने वाले विभिन्न कॉलेजों की जानकारी दी तो उन्होंने स्वयं इन कॉलेजों में आने और वहां चलाये जा रहे विभिन्न महत्वपूर्ण कोर्सिज के सिलसिले में जानकारी लेने में रुचि दिखाते हुए उनका न्योता स्वीकार किया था। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल व पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी काम किए।
ग्रामीणांचल की बेटियों को उच्च शिक्षा मिले, इसके लिए उन्होंने ओढां में माता हरकी देवी कॉलेज की स्थापना की। इसी तर्ज पर उन्होंने सिरसा में जेसीडी विद्यापीठ की स्थापना की, जिसमें प्रदेशभर के हजारों विद्यार्थी विभिन्न कोर्सिज में भाग लेकर अपना भविष्य स्वर्णिम बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार प्रदेश सरकार ने सभी विधायकों से सुझाव आमंत्रित किए हैं, जिसमें उनकी पार्टी के विधायकों की ओर से सुझाव दिए गए हैं कि राजनीतिक व्यवस्था से ऊपर उठकर सभी विधायकों को विकास के लिए दी जाने वाली पांच करोड़ की राशि को बढ़ाकर दस करोड़ किया जाए तथा पंजाब के विधायकों को मिल रही बेहतर सुविधाएं भी जनहित में हरियाणा के विधायकों को मिलनी चाहिए।
इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि ओलावृष्टि के मुआवजे के लिए सरकार का पोर्टल 24 घंटे खुला रहना चाहिए। उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार के 100 दिनों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि खुद सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल विज कह रहे हैं कि सरकार के 100 दिनों में धरातल पर कोई विकास कार्य नहीं हुआ, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार किस तर्ज पर विकास का ढिंढोरा पीट रही है? इस अवसर पर उनके साथ पार्टी के जिला प्रेस प्रवक्ता महावीर शर्मा भी मौजूद थे।