जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 29 सितंबर
प्रशासन की लापरवाही से अम्बाला शहर से बिहार और उत्तर प्रदेश के नंबर की टूरिस्ट बसों द्वारा सवारियों को ढोने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है। इन लोगों ने जीटी रोड अम्बाला शहर की नयी सब्जी मंडी के बाहर अवैध बस अड्डा सा बना लिया है, जहां से हर दूसरे दिन अनगिनत प्रवासी मजदूरों को अवैध रूप से पंजाब, हरियाणा के लिए लाया और वापस ले जाया जा रहा है। सब कुछ देखते हुए भी अधिकारियों ने इस और से अपनी आंखें मूंद रखी हैं। पुलिस और आरटीओ कार्यालय का इनको कहीं खौफ नजर नहीं आता।
सब्जी मंडी एसोसिएशन के प्रधान अमरनाथ बिड़ला की माने तो उन्होंने एक दिन बस चालक को मंडी में बस लेकर आने का कारण पूछ इतराज जताया तो बस चालक ने बड़ी ढिठाई से अपनी बस स्लिप रोड पर खड़ी कर ली और कहा कि यहां कैसे इतराज किया जा सकता है। मंडी प्रधान ने बताया कि मंडी के अंदर खाली पड़ी छोटी दुकान यानी बूथ पर एक बोर्ड तक टांग रखा है, जिसमें केवल फोन नंबर ही लिखे हैं। यहां एक दिन छोड़ कर प्रवासी मजदूरों को भरकर लाने-ले जाने का क्रम पिछले काफी समय से चल रहा है।
सरकारी राजस्व को लगाया जा रहा है चूना
टूरिस्ट बसों में जाने वाले लोगों से भारी किराया वसूला जा रहा है। इससे सरकारी राजस्व को तो चूना लगाया ही जा रहा है बल्कि ऐसी बसों में यात्रियों की सुरक्षा की कोई जिम्मेदारी नहीं है। जिस प्रक्रिया के तहत उत्तर प्रदेश की यह बस सवारियों को ढोने में लगी है, उससे साफ है कि हर प्रकार से लागू नियमों की उल्लंघन करके टैक्स की चोरी भी कर रही हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इस धंधे से जुड़े लोगों ने बाकायदा थोक सब्जी मंडी के अंदर बंद पड़े बूथ पर अपना बोर्ड भी टांग रखा है जैसे कि वह किसी ट्रांसपोर्टर का आॅफिस हो।
”आरटीए विभाग के पास स्टाफ की काफी कमी है। अब ड्यूटी पर पुलिस कर्मियों को लगाया गया है किंतु उनमें से कई अभी तक ड्यूटी पर नहीं आये। बिहार और उत्तर प्रदेश नंबर की इन बसों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। ऐसे बिना अनुमति सवारियां डोने की इजाजत नहीं है।”
-बृजभूषण, टीआई, आरटीए अम्बाला