गुरुग्राम, 14 मार्च (हप्र)
गुरुग्राम, 14 मार्च (हप्र)। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में रिकाॅर्ड मतों से गुड़गांव विधानसभा सीट से जीते पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने भाजपा छोड़ते ही मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की गलत नीतियों के कारण ही 2019 में भाजपा प्रदेश में स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं कर पाई। उनके रवैये से पार्टी का प्रत्येक निष्ठावान कार्यकर्ता त्रस्त है।
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद गुरुग्राम में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा में कर्मठ एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं का सम्मान सुरक्षित नहीं बचा है। पार्टी के जिन कार्यकर्ताओं ने भाजपा को खून पसीने से सींचा उन्हें दरकिनार कर दिया गया और उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की मनमानी की वजह से 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी स्पष्ट बहुमत प्राप्त नहीं कर पाई। उन्होंने दावा किया कि शीघ्र ही अनेक वरिष्ठ नेता भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ेंगे, क्योंकि उपेक्षित कार्यकर्ताओं का अब भाजपा में दम घुट रहा है। उन्होंने कहा आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वास्तविक रूप से आम आदमी को साथ लेकर चलते हैं। वे पार्टी में क्षमता के अनुसार कार्य वितरण कर जनहित के कामों को तत्परता से लागू करने में विश्वास रखते हैं।
विधायक रहते हुए भी उमेश अग्रवाल और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच तनातनी चर्चा का विषय रहती थी। उन्होंने कई दफा सार्वजनिक मंचों से मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ही सीधे उनके उपर वार किए। वर्ष 2019 में भाजपा ने इस सीट से उनकी जगह सुधीर सिंगला को टिकट देकर चुनाव लड़वाया। इसके बाद से उमेश अग्रवाल हाशिये पर चल रहे थे।