घरौंडा (निस) : दो दिन से रूक-रूक कर हो रही बूंदाबांदी से अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़ा धान भीग गया। कई स्थानों पर जलभराव होने से धान की बोरियां पानी में डूबी नजर आई। साथ ही धान में भी नमी की मात्रा बढ़ चुकी है। हालांकि बूंदाबांदी के बीच भी लिफ्टिंग का कार्य तेजी से जारी रहा।
मंडी प्रबंधन के मुताबिक, जहां रविवार को करीब अढाई लाख कट्टे लिफ्ट किए गए थे वहीं सोमवार को भी लगभग दो लाख बाेरियां का उठान किया गया। एसोसिएशन के मुताबिक, दो दिन तक मंडी बंद रही। ऐसे में लिफ्टिंग का काम सही तरीके व तेजी से हो पाया।
जिसके बाद मंडी कुछ खाली हुई है। दूसरी ओर मंडी के गेट पर बीते तीन दिन से किसान अपनी धान की ट्रालियां लिए खड़े है। बराना गांव का किसान शनिवार को धान की ट्राली लेकर घरौंडा पहुंचा था लेकिन वह जाम में फंस गया और जब वह मंडी के गेट पर पहुंचा तो गेटपास कटने ही बंद हो गए थे।
ज्यादा नहीं हुआ नुकसान
मंडी एसोसिएशन के प्रधान रामलाल गोयल व सचिव सुरेश मित्तल ने बताया कि दो दिनों में लगभग 75 से 80 प्रतिशत के बीच में धान का उठान किया गया है। दो दिनों में करीब साढ़े चार लाख बोरियों की लिफ्टिंग की गई है। बूंदाबांदी जरूर हुई है लेकिन इतना ज्यादा नुकसान नहीं है। जहां पर पानी भरने के आसार नजर आते है वहां पर लिफ्टिंग का कार्य पहले किया जाता है।
”मंडी में धान की लिफ्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। दो दिन में लाखों की संख्या में कट्टों का उठान किया गया है। जिसके बाद मंडी में कुछ जगह बनी है। मंगलवार से गेटपास कटने शुरू हो जाएगें। ”
-अशोक शर्मा, सचिव मार्किट कमेटी घरौंडा।