रोहित विद्यार्थी/निस
बहादुरगढ़, 23 दिसंबर
तीन कृषि कानूनों के विरोध में टीकरी बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना बुधवार को 28वें दिन में प्रवेश कर गया। ऐसे में किसानों की तरफ से घोषणा की गई कि 11 से 5 बजे तक सभी मिलकर एक समय भोजन नहीं करेंगे। इस तरह किसानों ने दिन में भूखा रहकर अपने आंदोलन को मजबूत किया और शाम को 5 बजे के बाद अंधेरा होने के समय जाकर भोजन लिया। किसानों ने कहा कि इस तरह भाईचारे के बीच भूख हड़ताल से किसानों को अधिक बल मिला है। कृषि कानूनों के खिलाफ टीकरी बॉर्डर के साथ साथ नया गांव चौक व सेक्टर-9 नए बस स्टैंड के पास भी किसानों का विरोध प्रदर्शन दिन भर जारी रहा। कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसान केंद्र सरकार को अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घेरने की तैयारी में भी लगे हुए हैं। इसे लेकर भी स्टेज पर किसान नेताओं ने इंग्लैंड के सांसदों को पत्र भेजने की घोषणा का भी समर्थन करते हुए कहा कि वहां के सांसद किसी भी तरह से अपने प्रधानमंत्री को भारत के किसानों के समर्थन में भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत करने के लिए आने से रोकने का प्रयास करें। बुधवार को अनशन कर रहे किसानों में बलवंत सिंह, कुलदीप सिंह, रंगीराम नैन, गुरूतेज सिंह, ओमप्रकाश, जिंदा सिंह, लखविंद्र सिंह, जसविंदा सिंह मौजूद थे।
किसानों ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन
झज्जर (हप्र) : कृषि अध्यादेशों के विरोध में राष्ट्रीय किसान दिवस पर भी यहां टीकरी बॉर्डर स्थित आंदोलन स्थल पर युवा किसानों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। उन्हाेंने कहा कि कि सरकार यह जान ले कि अपने अधिकार के लिए किसान सड़क पर डटा है और डटा रहेगा। प्रदर्शन की शुरुआत युवा किसान लखिविंदर ने की। इसके बाद प्रदर्शन करने वालों की संख्या बढ़ती चली गई। प्रदर्शन के दौरान यह युवा किसान टीकरी बॉर्डर से प्रदर्शन करते हुए यहां बहादुरगढ़ स्थित बाईपास तक पहुंचे। उनका यह भी कहना था कि सरकार यह बात अच्छी तरह से समझ ले कि सड़कों पर अपने अधिकार के लिए आंतकवादी व खालीस्तानी नहीं, बल्कि केवल किसान बैठे हैं।
शरीर पर लिखवाए शहीदों के नाम

टीकरी बॉर्डर पर धरने पर बैठे आंदोलनरत किसानों को समर्थन देने का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार को उत्तर प्रदेश से विजय हिंदुस्तानी टीकरी बॉर्डर पर पहुंचे और किसानों को अपना समर्थन दिया। विजय हिंदुस्तानी पुलवामा में कारगिल के शहीदों के नाम पीठ पर लिखवाकर यहां पहुंचे। बुधवार को ओलंपिक खिलाड़ी कृष्णा पुनिया, जस्ती पेटवाड़ पूर्व विधानसभा उम्मीदवार इनेलो व पूनिया खाप के प्रधान भलेराम पुनिया यहां पहुंचे और किसानों को अपना समर्थन दिया।