अम्बाला शहर, 29 जनवरी (हप्र)
यहां गांव मानकपुर स्थित हैफेड गोदाम में 2015-16 में हुए करोड़ों रुपये के गेहूं घोटाले की जांच रिपोर्ट सामने नहीं भी नहीं आई कि अब एक बार फिर हजारों बोरी गेहूं गोदाम से गायब पाया गया है। गायब गेहूं की कीमत लाखों में है। अभी तो जांच चल रही है। फिलहाल न तो कोई एफआईआर दर्ज हुई और न ही कोई गिरफ्तारी हुई। प्रारंभिक जांच में 2019 का स्टाॅक तो सही पाया गया लेकिन 2020 के भंडारण में से हजारों बोरी गेहूं गायब मिला है। सूत्रों की मानें तो डीएम हैफेड अम्बाला ने गेहूं के स्टॉक और बारदाना के संचालन के लिए एक समिति का गठन करके एफआई (एस) के नेतृत्व में 4 अन्य अधिकारियों को समिति में शामिल किया। जांच के दौरान समिति ने एफआई द्वारा बारदाना रजिस्टर नहीं दिखाए जाने की बात भी सामने आई है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे घोटाला बड़ा होता चला जाएगा।
“अभी 2 हजार बोरी गेहूं कम पाए जाने का पता चला है। इस बारे मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) हैफेड पंचकूला को समिति के सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित प्रारंभिक रिपोर्ट भेजी जा चुकी है जिसमें अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की गई है। एफआईआर दर्ज करवाने का निर्णय भी सीजीएम के द्वारा ही लिया जाएगा। अभी जांच जारी है, जांच पूरी होने के बाद ही आगे कार्रवाई होगी।”
-कृपाल दास, डीएम हैफेड, अम्बाला