कलायत, 4 मई (निस)
गेहूं उठान का मामला किसान व व्यापारियों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। बार-बार मौसम खराब होने से भी किसान व व्यापारियों की समस्या और बढ़ गई है। गेहूं उठान को लेकर मंडी व्यापारियों द्वारा शीर्ष अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। सीजन समाप्ति की ओर है तथा अभी भी करीब एक लाख क्िवंटल से अधिक अनाज मंडी व आसपास लगते खेतों में खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। गेहूं का उठान धीमा होने के कारण स्थानीय व्यापारियों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है। अनाज मंडी प्रधान विजेंद्र सहारण व उप प्रधान नरेश गोयल ने बताया कि कई दिनों से लगातार मौसम खराब हो रहा है और अभी भी करीब डेढ़ लाख क्िवंटल गेहूं अनाज मंडी, खेतों और प्लाटों में खुले आसमान के नीचे पड़ा है। पहले गेहूं उठान का कार्य अप्रैल माह के मध्य तक हो जाया करता था लेकिन अब मई माह तक भी गेहूं उठान नहीं हो पाया है। लगातार बदलते मौसम के कारण अनाज खराब होने का अंदेशा भी बढऩे लगा है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से जल्द से जल्द गेहूं उठान करवाए जाने की मांग की है।
‘एजेंसी को दिया जा चुका नोटिस’
मंडी सुपरवाइजर मोमन शर्मा ने गेहूं की लिफ्टिंग में हो रही देरी के बारे में कहा कि गेहूं उठान को लेकर संबंधित खरीद एजेंसियों व उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। जल्द ही समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा दिया जाएगा।