रोहतक, 21 मई (हप्र)
महम अनाज मंडी परिसर में वेयर हाउस व हैफेड के कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शुक्रवार रात को आई बारिश में महम अनाज मंडी परिसर में रखे गेंहू के हजारों बैग भीग गए। यहां वेयर हाउस के तीन-चार स्टैग तो तिरपाल से ढके ही नहीं गए थे जबकि हैफेड द्वारा लगाए गए गेहूं के बैगों के लिए जमीन से 5 फीट ऊपर तक उन्हें बारिश से बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। मौसम विभाग के अधिकारी पिछले दो दिन से अरब सागर से उठे ताउते तूफान के कारण बारिश आने की बात कह रहे थे, बावजूद इसके गेहूं को भीगने से बचाने के ठोस प्रबंध मंडी में नहीं किए गए।
रात को भीगे गेहूं के बैगों पर शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे तिरपाल लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई। गेहूं को तिरपाल से ढकने आई महिलाओं ने बताया कि बृहस्पतिवार को देर हो गई थी। रात को बारिश आ गई। अब वे तिरपाल से ढकने का कार्य करेंगी। चौकीदार जयवीर ने बताया कि गेहूं के बैग तिरपाल से ढके गए थे लेकिन तिरपाल आंधी में उड.गई। महम आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान बादाम सिंह ने बताया कि गेहूं के तकरीबन 2 लाख बैग मंडी में लगे हुए हैं। इन्हें ढकने व देखभाल की जिम्मेदारी आढ़तियों की बजाए खरीद एजेंसियों की है।