चंडीगढ़, 1 जुलाई (ट्रिन्यू)
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान का कहना है कि भाजपा सरकार एससी-बीसी के आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रही है। उनका कहना है कि आरक्षण में ओबीसी क्रीमीलेयर को 8 लाख से घटाकर छह लाख रुपये करने के बाद अब पिछड़ा वर्ग के खिलाफ एक और फैसला लिया है। शिक्षा विभाग में एससी-बीसी शिक्षकों को पे-ग्रेड (एसीपी) के लिए 45 प्रतिशत अंक चाहिए थे। सरकार ने पिछड़े वर्ग के लिए इसे बढ़ाकर पचास प्रतिशत कर दिया है। उनका कहना है कि इससे पिछड़ा वर्ग के हजारों अध्यापक प्रभावित होंगे। शुक्रवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में चौ़ उदयभान ने कहा कि पहले परीक्षा में सेमेस्टर सिस्टम था। इस वजह से नंबर भी कम आते थे। सरकार के इस फैसले से 45 प्रतिशत अंकों के साथ भर्ती होने वाले पिछड़े वर्ग के अध्यापकों को अब कभी पे-ग्रेड (एसीपी) नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शिक्षा विभाग के अध्यापकों को 10, 20 और 30 वर्ष में मिलने वाली पे-ग्रेड (एसीपी) को 8, 16 और 24 वर्ष में देने का सरहानीय फैसला लिया था।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा बेरोजगारी में लगातार देश में टॉप पर है। पिछले महीने के मुकाबले यह छह प्रतिशत से बढ़कर 30.6 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जो राष्ट्रीय औसत का करीब 4 गुना है।
उन्होंने कहा, ‘2016-17 में विधानसभा में सरकार से अध्यापकों के खाली पदों को लेकर मैंने खुद सवाल किया था। उस समय सरकार ने बताया था कि शिक्षकों के 45 हजार 592 पद खाली हैं। तब से अभी तक कोई भी नियुक्ति नहीं हुई है, जबकि बड़ी संख्या में शिक्षक रिटायर हुए हैं’।