पिछले साढ़े नौ वर्षों में लिंगानुपात में हुआ सुधार : जी. अनुपमा
चंडीगढ़, 17 फरवरी (ट्रिन्यू) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी, 2015 को पानीपत से शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी अभियान बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ को हरियाणा ने सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों व खाप पंचायतों के सहयोग से सफल बनाया है।...
चंडीगढ़, 17 फरवरी (ट्रिन्यू)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी, 2015 को पानीपत से शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी अभियान बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ को हरियाणा ने सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों व खाप पंचायतों के सहयोग से सफल बनाया है। इसके फलस्वरूप प्रदेश का लिंगानुपात सुधरकर 1000 लड़कों के पीछे 916 लड़कियों का दर्ज किया गया है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर चंडीगढ़ में हुई बैठक में स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ़ जी़ अनुपमा ने यह बात कही।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी़ कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जन्म के समय लिंगानुपात (एसआरबी) 916 है।
हमने हरियाणा में बी3पी कार्यक्रम शुरू होने के बाद से 52 हजार से अधिक लड़कियों को बचाया है। पांच जिले एसआरबी-2023 की रिपोर्ट में 900 से नीचे हैं। इनमें रोहतक (883), नारनौल (887), सोनीपत (894), चरखी दादरी (897) और रेवाड़ी में 1000 बेटों पर लड़कियों की संख्या 897 है।
हरियाणा में बी3पी कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए डब्ल्यूसीडी, एनएचएम और शिक्षा विभाग मिलकर काम करेंगे और नियमित आधार पर निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि जिला टास्क फोर्स की बैठक हर महीने होगी। जिला स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। जन्म के समय पर पंजीकरण के संबंध में सिविल सर्जन भारतीय चिकित्सा संघों (आईएमए) के साथ बैठकें करेंगे।

