सोनीपत, 28 अगस्त (हप्र)
गन्नौर के पास स्थित बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में केमिकल फैक्टरी में भीषण अग्निकांड में सात दिन बाद मलबा पूरी तरह से साफ हो पाया है। सोमवार को भी मलबे के नीचे मानव अवशेष मिले। जिसके बाद थाना बड़ी पुलिस ने अवशेषों को कब्जे में लेकर जांच के लिए लैब में भिजवा दिया। वहीं मानव अवशेषों को नफीस के परिजन अपने साथ अपने गांव खेड़ा हटाना लेकर लौट गए। परिजनों के अनुसार मानव अवशेष नफीस के हैं, यही मान कर उन्होंने सोमवार देर शाम को अवशेषों को गांव के कब्रिस्तान में सुपर्द ए खाक कर दिया। नफीस की आत्मा की शांति के लिए दुआ की।
वहीं आम आदमी पार्टी के कैंपेन कमेटी के चेयरमैन अशोक तंवर सोमवार को बड़ी औद्योगिक क्षेत्र पहुंचे। उन्होंने फैक्टरी में पहुंच कर वहां मौजूद नफीस के परिजनों से मुलाकात की और परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।
उन्होंने कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि दुर्घटना के बाद नफीस के परिवार वाले खुद ही उसकी तलाश में जुटे रहे। प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने भारोसा दिलाया कि वह नफीस के परिवार को आर्थिक मदद दिलवाने व उसके बेटे को प्राइवेट नौकरी दिलावने के लिए प्रशासन पर दबाव बनांएगे। इस दौरान उनके साथ आप ग्रामीण जिलाध्यक्ष महेंद्र छिक्करा, अनिल भारद्वाज, राजेश कालीरमन सहित आप नेता मौजूद थे।
फैक्टरी संचालक पर केस दर्ज
एसीपी गोरखपाल ने बताया कि इस मामले में पुलिस को नफीस के बड़े बेटे अमजद की तरफ से शिकायत मिली है। शिकायत में अमजद ने आरोप लगाया है कि फैक्टरी संचालक की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ था। फैक्टरी में आगजनी से बचने के लिए किसी भी तरह का सुरक्षा उपकरण मौजूद नहीं था, जिस वजह से आग एकाएक फैल गई। यहां नियमों की अनदेखी की गई। फैक्टरी में आग लगने के बाद उनके पिता को बाहर नहीं निकलवाया गया। जिस वजह से वह फैक्टरी के अंदर हुई भयानक अग्निकांड में फंस गए और उनकी मौत हो गई। पुलिस ने अमजद की शिकायत पर फैक्टरी संचालक नवीन गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।