कुरुक्षेत्र, 13 मार्च (हप्र)
हरियाणा के खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि देश व प्रदेश के लिए मेडल जीतने वाली बेटियों और बेटों को सुविधा के लिए किसी मंत्री के घर के चक्कर नहीं काटने दूंगा। जो भी बेटी और बेटा देश व प्रदेश के लिए मेडल जीतकर आएगा, उसे सरकार की खेल नीति के अनुसार घर बैठे नकद इनाम और खेल सुविधाएं दी जाएंगी। इतना ही नहीं, जो भी खिलाड़ी मेडल जीतकर लाएगा, वह हरियाणा का ही नहीं, बल्कि देश का मेडल होगा। हाल ही में प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने के लिए 540.50 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है।
वे रविवार को कम्बोज धर्मशाला में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने विश्व महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप में हरियाणा की 8 बेटियों का चयन होने पर बधाई देते हुए कहा कि विश्व महिला बाक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की बेटियों के मुक्के का दम नजर आएगा। हरियाणा के खिलाड़ी अब लगातार हर गेम में शानदार प्रदर्शन करके देश और प्रदेश के लिए मेडल जीत रहे हैं। इसलिए इन खिलाड़ियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार का प्रथम लक्ष्य है। इन खिलाड़ियों को मेडल जीतने के बाद सरकार की नई खेल नीति का घर बैठे फायदा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक ऐतिहासिक बजट प्रस्तुत करके खिलाडियों का दिल जीतने का काम किया है।
पंचकूला में बनेगा राज्य खेल संस्थान
खेल मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेल संस्थान की तर्ज पर पंचकूला में हरियाणा राज्य खेल संस्थान की स्थापना की जाएगी। इस संस्थान में खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय सुविधाएं, प्रशिक्षण और खाने-पीने व रहने की तमाम व्यवस्थाए उपलब्ध करवाई जाएंगी। इतना ही नहीं प्रदेश में 1100 नयी खेल नर्सरियां खोलने का लक्ष्य रखा है। इन खेल नर्सरियों के जरिए ग्रामीण आंचल की प्रतिभाओं को निखारा जाएगा। उन्होंने कहा कि खेल अकादमी योजना में 10 डे-बोर्डिंग और 8 आवासीय अकादमियां खोलने का लक्ष्य है। रोजगार में मदद के लिए एक हजार युवाओं को साहसिक खेल गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा
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