टोहाना, 19 अप्रैल (निस)
गऊशाला में शिलान्यास के न्यौते पर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को जाना महंगा पड़ा। गऊशाला प्रबंधकों ने भवन शिलान्यास के लिए कार्यक्रम को गुप्त रखा था।
किसानों को भनक मिलते ही सैंकड़ों किसान काले झंड़े लेकर गऊशाला गेट पर जमा होकर भाजपा व बराला के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। प्रबंधकों ने सुभाष बराला व उनके साथियों को दूसरे गेट से निकाल दिया।
किसानों की अगुवाई कर रहे रणजीत सिंह ढिल्लों व भाकियू के मनजीत सिंह ने गऊशाला प्रबंधकों को खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि आप किसान विरोधी लोगों का सम्मान करते हो जबकि गऊशालाओं को तूड़ी, चारा व अनाज किसान मुफ्त में देते हैं। प्रबंधकों की दोगली नीति की निंदा की।
‘न सुधरे तो गांवों से तूड़ी, चारा करेंगे बंद’
किसानों ने गऊशाला प्रबंधकों को चेतावनी दी कि अगर आप न सुधरे तो गावों से तूड़ी, अनाज, हरा चारा नहीं देंगे। रणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि उन्हें 15
मिनट पूर्व ही सुभाष बराला के पहुंचने की सूचना मिली थी। ग्रामीण इलाकों में भाजपा-जजपा नेताओं का बहिष्कार चल रहा है। उनकी नीति अच्छी नहीं है। वह अपने नेताओं पर क्यों नहीं दबाव बनाते कि कृषि के तीनों काले कानूनों को रद्द करें।
आंदोलन समाप्ति तक भाजपा-जजपा का बहिष्कार
शाहाबाद मारकंडा (निस) : राष्ट्रीय किसान संयुक्त मोर्चा की 9 सदस्यी शीर्ष कोर कमेटी के वरिष्ठ सदस्य एवं भाकियू हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने आज कहा कि जब तक किसान आंदोलन समाप्त नहीं होता तब तक भाजपा-जजपा का बहिष्कार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जजपा ने किसानों से विश्वासघात किया है क्योंकि किसानों ने जजपा को भाजपा के विरुद्ध वोट दिए थे लेकिन जजपा ने किसानों की वोटों को भाजपा के पास बेचकर उसके बदले उपमुख्यमंत्री का पद ले लिया। उन्होंने कहा कि उनके स्वयं के विरुद्ध लगभग 40 मुकदमें पुलिस द्वारा दर्ज किए गए हैं और ऐसे ही अन्य हजारों किसानों के विरुद्ध भी। लेकिन पुलिस की इस क्रूरता से डरकर किसान आंदोलन दबने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 26 नवम्बर 2020 से पिछले लगभग 5 मास से आरंभ किसान आंदोलन में लगभग 350 किसान अपनी जानें गंवा चुके हैं लेकिन सरकार का मन अब तक नहीं पसीजा। सोमवार प्रात: फोन पर हुई बातचीत में किसान नेता ने कहा कि किसानों ने सरकार से वार्ता स्वयं बंद की है और पुन: बातचीत करने के सरकार की ओर से कोई संकेत नहीं है। सरकार लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए बातचीत शुरू करने की बात करती है। उन्होनें कहा कि वास्तव में किसान अपना रोजगार बचाने के लिए आंदोलनरत हैं।
‘संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर धरने पर डटे रहे किसान’

कैथल (हप्र) : किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति कैथल द्वारा रिलायंस पेट्रोल पंप जींद रोड कैथल पर दिया जा रहा धरना 118वें दिन भी जारी रहा जिसकी अध्यक्षता किसान नेता राम कुमार तितरम ने की।
उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला प्रधान महेन्द्र सिंह ने बताया कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कृषि संबन्धी तीनों काले कानून वापस नहीं होते व एमएसपी की गारंटी नहीं दी जाती। उन्होंने बताया कि संम्पत्ति क्षति वसूली विधेयक-2021 के विरोध में 20 अप्रैल को मजदूर व किसान सुबह 10 बजे हनुमान वाटिका कैथल में इकट्ठे होकर धरना, प्रदर्शन करेंगे व उपायुक्त के मार्फत ज्ञापन दिया जाएगा।
उन्होंने अपील की कि रिलायंस के पम्पों से डीजल पेट्रोल न डलवाएं और अडानी के उत्पादों का भी बहिष्कार करें।
आज धरने को रिटायर्ड कर्मियों के राज्य उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, किसान नेता अजमेर सिंह, बलजीत सिंह चंदाना, केहर सिंह तितरम ने भी संबोधित किया।
आज के धरने में गांव तितरम, प्योदा, चंदाना, जाखोली, हरसौला, कैलरम, किठाना, खेड़ी शेरू, सौगल, खुराना, व सेगा के महिला व पुरुष किसान शामिल रहे।