जुलाना/जींद, 19 अप्रैल (हप्र)
पुलिस द्वारा एनडीपीएस मामले के आरोप में काबू किये गये जुलाना कस्बे के वार्ड-4 निवासी पप्पी नामक युवक की रविवार रात पीजीआई रोहतक में इलाज के दौरान हुई मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार को करीब 4 बजे पीजीआई में शव का पोस्टमार्टम किया गया था। सोमवार की रात करीब 8 बजे शव को जुलाना पुलिस थाने में लाया गया, जहां पर परिजनों व ग्रामीणों ने शव को जुलाना-हांसी मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया था। सूचना पाकर जिला मुख्यालय से डीएसपी रोहतास ढुल मौके पर पहुुंचे और करीब 12 बजे जाम को खुलवाया। परिजनों ने शव को वार्ड नंबर 4 की चौपाल में फ्रीजर में रखवा दिया। परिजनों की मांग है कि आरोपी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ हत्या, एससीएसटी समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाए। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। 24 घंटे बीत जाने के बाद मंगलवार को भी शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया।
मंगलवार को ही वार्ड नंबर 4 की चौपाल में 12 गांवों के लोगों की महापंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत की अध्यक्षता महिपाल ने की। पंचायत में विधायक के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे रिनय राठी ने पीड़ित परिजनों को सरकार की ओर से 5 लाख रुपये मुआवजा और डीसी रेट की नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया, लेकिन मृतक के परिजन आरोपी पुलिस कर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। जींद से डीएसपी धर्मवीर खर्ब भी पंचायत में पहुंचे और कहा कि जांच के बाद अगर कोई भी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस पर परिजनों ने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज करो, उसके बाद ही जांच होती है।
पीड़ित परिजनों ने कहा कि छोटे से लड़ाई झगड़े में भी पहले एफआईआर होती है, लेकिन यहां तो एक युवक की जान गई है। वहीं, 12 गांवों के पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि जब तक दोषियों को सजा और पीड़ितों को न्याय नहीं मिलता है, वे पीड़ित परिजनों के साथ हैं।
यह है मामला
जुलाना से वार्ड नंबर 4 निवासी 30 वर्षीय पप्पी को पुलिस ने 13 अप्रैल को एनडीपीएस मामले में काबू किया था। पुलिस ने उसके कब्जे से 580 ग्राम गांजा बरामद किया था। पुलिस ने पप्पी के खिलाफ मामला दर्ज कर 15 अप्रैल को उसे जेल भेज दिया था। जेल में 17 अप्रैल को पप्पी की हालत बिगड़ी तो उसे पीजीआई रोहतक इलाज के लिए ले जाया गया, वहां पर उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी का आरोप है कि 13 अप्रैल को पुलिस उसके पति को पीटते हुए घर से पकड़ कर ले गई थी, इसके बाद से पुलिस ने उन्हें पप्पी से मिलने नहीं दिया।