सोनीपत, 17 अक्तूबर (निस)
कुंडली बॉर्डर पर किसान आंदोलन स्थल के पास पंजाब के तरनतारन के लखबीर की नृशंस हत्या करने के मामले में आत्मसमर्पण करने वाले तीनों आरोपियों को पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 6 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। आरोपियों से पुलिस घटना के दौरान पहने गए कपड़े व वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद करेगी। आरोपियों ने अदालत में वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है।
कुंडली बॉर्डर पर तरनतारन स्थित गांव चीमा खुर्द के लखबीर सिंह (35) की शुक्रवार तड़के हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप निहंगों पर लगा था। लखबीर पर धार्मिक ग्रंथ से बेअदबी करने का आरोप लगाकर उसकी बेरहमी से हत्या की गई थी।
मामले में आरोपी निहंग सरबजीत सिंह ने सबसे पहले आत्मसमर्पण किया था। शनिवार को मूलरूप से यूपी के जिला शाहजहांपुर स्थित सुंदरपुर फिलहाल पंजाब के डेरा फतेहगढ़ साहिब निवासी भगवंत सिंह और मूल रूप से पंजाब के जांलधर स्थित न्यू भोपाल नगर फिलहाल पंजाब के डेरा फतेहगढ़ साहिब निवासी गोविंद प्रीत ने कुंडली बॉर्डर और पंजाब के अमरपुर के रख देवीदासपुरा के नारायण सिंह ने अमृतसर में आत्मसमर्पण किया था। नारायण सिंह को पुलिस रविवार सुबह सोनीपत लेकर पहुंची। तीनों को सिविल जज किम्मी सिंगला की कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपियों को 14 दिन तक रिमांड पर देने की मांग की। कोर्ट ने आरोपियों को 6 दिन के पुलिस रिमांड पर दिया है।
नारायण बोला- मैंने काटा पैर, सरबजीत ने हाथ्ा
आरोपियों को पेशी पर लेकर गए डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि निहंग नारायण सिंह ने अदालत में स्वीकार किया कि उसने लखबीर का पैर काटा था। सरबजीत ने हाथ काटा और भगवंत व गोविंद प्रीत ने उसे लटकाने में मदद की। उसने कहा कि हम चारों ने मिलकर उसे मारा। इसमें कोई और शामिल नहीं है। पेशी के दौरान भगवंत व गोविंद प्रीत शांत खड़े रहे।