सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 19 सितंबर
हरियाणा के यमुनानगर में रविवार को उस समय दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक व्यक्ति अपने किसी परिचित की अस्थियां विसर्जन करने के लिए हमीदा हेड पर पहुंचा। इसी दौरान उसका पैर फिसला और वह गहरे पानी में चला गया। उसे खोजने के लिए एक पटवारी, गोताखोर सहित 6 लोग किश्ती में सवार होकर निकले और तेज बहाव में किश्ती भी पलट गई। जिसमें 4 लोगों को तो किसी प्रकार बचाकर बाहर निकाला गया, लेकिन 20 वर्ष से गोताखोरी करने वाले सुरेंद्र व विकी नामक एक व्यक्ति गहरे पानी में चले गए, जिन्हें ढूंढने के लिए कई टीमें लगी हुई हैं।
लेकिन घंटों प्रयास के बावजूद अभी उनका कोई पता नहीं चल सका। लोग इसे प्रशासन की लापरवाही भी बता रहे हैं, क्योंकि जो लोग किश्ती में डूबने वाले व्यक्ति को बचाने गए थे, उनके पास सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। पानी में से बचकर निकले पटवारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी ड्यूटी गणपति विसर्जन के लिए लगाई गई थी। इसी दौरान एक व्यक्ति अस्थियां विसर्जित करते हुए डूब गया। उसे ढूंढने के लिए वह पांच अन्य लोगों के साथ किश्ती में सवार होकर पानी में गए, जहां तेज बहाव के कारण किश्त पलट गई। धर्मेंद्र ने बताया कि उन्होंने किसी तरह किश्ती को पकड़े रखा और जान बचाकर बाहर निकला। उसके 3 साथी और बाहर निकल आए, लेकिन दो व्यक्ति एक गोताखोर सुरेंद्र एवं विक्की अन्य का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका। वहीं, गोताखोर राजीव ने बताया कि वह अपना निजी सामान ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर पानी में उतरते हैं। उसने बताया कि जब किश्ती डूबी तो तभी उसने पानी में उतर कर दो युवकों को बचा लिया। लेकिन बाकी अभी लापता हैं।
डूबे हुए लोगों को बचाने के लिए अभी भी रेस्क्यू जारी है की टीमें लगी हुई हैं लेकिन घंटों प्रयास के बाद भी तीनों लोगों में से किसी का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है।