करनाल, 7 सितंबर (हप्र)
पिपली रैली की तैयारी में जुटे मंडी आढ़तियों ने 10 सितंबर को करनाल अनाजमंडी में हड़ताल का ऐलान कर दिया है। आज आढ़तियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए अनाजमंडी आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान रजनीश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार जो तीन अध्यादेश लेकर आई है, वह किसान को बर्बाद कर देेंगे।
मंडियां ठप्प हो जाएंगी और आढ़तियों पर रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान और आढ़ती के प्रति सरकार का रवैया नकारात्मक रहा है। सरकार आढ़ती और किसान का रिश्ता तोड़ने का प्रयास कर रही है। तीन अध्यादेशों का पूरा देश विरोध कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन ने 10 सितंबर को पिपली में महारैली बुलाई है, जिसमें करनाल नई अनाजमंडी से आढ़ती, किसान और मुनीम बड़ी संख्या में शामिल होंगे। सरकार को अध्यादेश वापस लेने के लिए मजबूर कर देंगे।
इस दौरान करनाल मजदूर यूनियन से पहुंचे प्रधान रामकुमार मेहतो ने समर्थन दिया और कहा कि बड़ी संख्या में मजदूर भी रैली में जाएंगे।
इस मौके पर सुशील मित्तल, जिले सिंह कुंडु, महिंद्र गर्ग, कृष्ण, सुभाष धवन, रोबिन नरवाल, सतबीर मित्तल, राजेश अरोड़ा, श्रवण शर्मा व सुरेंद्र मौजूद रहे।
तीनों अध्यादेश किसानों के हित में: भाटी
शाहाबाद मारकंडा (निस) : भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष समय सिंह भाटी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने कार्यकाल में प्रदेश की संपत्तियों को हड़पने का काम किया। उन्होंने किसानों के हितों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया। वे आज शाहाबाद के गांव तिगरी में किसान संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से लाए जा रहे तीन अध्यादेशों को किसानों के हित में बताया और कहा कि इन अध्यादेशों को लेकर कुछ किसान नेता लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। यह तीनों अध्यादेश किसानों के लिए लाभकारी व सुरक्षित रहेंगे। इस अवसर पर किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष मनदीप सिंह विर्क, अवतार सिंह सरपंच, विक्रम अटवान, मुलख राज गुंबर, सरबजीत कलसानी भी मौजूद रहे।
किसानों ने की बैठक
कैथल (हप्र) : सोमवार को पाई गांव में किसानों की एक बैठक हुई। किसानों ने सरकार के किसान विरोधी अध्यादेशों की खिलाफत में 10 सितंबर को पिपली में आयोजित किसान रैली के लिए बातचीत की। इस बैठक में किसानों ने सरकार के किसान विरोधी रवैये पर चिंता जताई और कहा कि जहां सरकार ने स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने की बात कही थी, इसके उल्टा किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म करने की सोच रही है। किसानों को चाहिए कि एकजुट होकर सरकार के इस फैसले का विरोध करें। इस अवसर पर किसान यूनियन के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बलवान पाई, करतारा, धीरा,जगदीश, नैरीया रोड़, साधु राम, भाना राम, राय सिंह, राजेश, सुंदर सिंह, विरेन्द्र अन्ना, रोशन उपस्थित थे।
सरकार किसानों को संघर्ष के लिए मजबूर कर रही : नैन
टोहाना (निस) : किसानोंं केे आगामी संघर्ष को तेज करने व खंड स्तर पर किसान कमेटियों का गठन करने के लिए एक हंंगामी बैठक भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जोगेंन्द्र नैन की अध्यक्षता में किसान विश्राम गृह टोहाना में हुई। नैन ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को संघर्ष के लिए मजबूर कर रही है। इस अवसर पर केन्द्र सरकार द्वारा किसानों पर थोपे जा रहे तीन अध्यादेशों के कारण किसान परिवारों के सामने आ रही समस्यों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर एक 15 सदस्यीय तहीसील कमेटी का गठन करके गुरदयाल सिंह ढेर को तहसील प्रधान नियुक्त किया गया।

‘रैली हर हालत में होगी’
यमुनानगर (हप्र) : भारतीय किसान यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर 10 सितंबर को पिपली अनाज मंडी में होने वाली किसान बचाओ, मंडी बचाओ रैली में कोई रुकावट डालने की कोशिश की गई तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। रैली हर हालत में होकर रहेगी। यह चेतावनी किसान यूनियन के संगठन सचिव हरपाल व जिला अध्यक्ष संजू गुंदीयाना ने रैली की सफलता को लेकर गांव मलिकपुर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए दी। मौके पर कश्मीरी लाल, संदीप महेश्वरी, मनदीप रोड छप्पर, सरदार गोगी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
अध्यादेश आढ़तियों के भी हित में नहीं : बतरा
जगाधरी (निस) : कांग्रेस पार्टी के जिला काे आर्डिनेटर एवं पूर्व चेयरमैन श्यामसुंदर बतरा ने कहा कि सरकार तीन अध्यादेश लाकर किसानों का बहुत बड़ा अहित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह आढ़तियों के भी हित में नहीं है। बतरा ने कहा कि सरकार की नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था गर्त में चली गयी है। उन्होंने कहा कि देश भर में इन अध्यादेशों का विरोध हो रहा है। ऐसे में सरकार को इन्हें वापस लेना चाहिए। श्री बतरा ने कहा कि किसानों को उनकी उपज का बेहतर भाव मिलना चाहिए। उसे बोनस भी दिया जाना चाहिए।

गेहूं का उठान न होने से आढ़तियों में रोष
रादौर (निस) : एक ओर तो अनाजमंडी में धान की आवक शुरू हो गई है वहीं अनाजमंडी में शैड के नीचे लगी गेहूं के स्टाक को आज तक नहीं उठाया गया है। शैड के नीचे लगी गेहूं के स्टाक को नहीं उठाने से आढ़तियों एवं किसानों में भारी रोष है। रादौर अनाजमंडी मेें शैड के नीचे हरियाणा वेयरहाउस द्वारा खरीदी गई गेहूं के स्टाक को लगाया गया है। हरियाणा वेयरहाउस द्वारा लगाई गई गेहूं के कारण अनाजमंडी को पूरा शैड़ भरा हुआ है। आढ़ती कर्मबीर खुर्दबन, किसान रोहित ने बताया कि अनाजमंडी में धान की आवक शुरू हो चुकी है। मौसम भी अक्सर खराब रहता है पता नहीं चलता कि कब बरसात शुरू हो जाए। किसानों ने बताया कि मौसम खराब होने पर धान की फसल को मंडी में शैड के नीचे डाल देते थे, लेकिन शैड के नीचे लगाई गई गेहूं का उठान नहीं किया गया है। जिससे किसानों में बैचेनी बढ़ रही है। वहीं हरियाणा वेयरहाउस के प्रबंधक संदीप कुमार ने बताया कि धान की सरकारी खरीद शुरू होने से पहले अनाजमंडी में शैड के नीचे स्टाक की गेहूं का उठवा दिया जाएगा।