चंडीगढ़, 14 जनवरी (ट्रिन्यू) मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि तमिलनाडु हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में जान गंवाने वाले हरियाणा के ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता राशि देने की अनुमति प्रदान की है। इसके साथ-साथ ब्रिगेडियर के परिवार से किसी एक आश्रित को क्लास-2 की सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। ब्रिगेडियर लखविंदर का निधन उनके परिवार और प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति है। सीएम ने कहा कि सैनिक और अर्धसैनिक बल की एक्सग्रेसिया पॉलिसी के तहत शहीद होने वाले सैनिक के परिवार के आश्रितों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ सरकारी नौकरी दिए जाने का प्रावधान है। नीति के तहत हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह की मौत को अस्थाई लड़ाई दुर्घटना मानते हुए विशेष आर्थिक सहायता व नौकरी देने की घोषणा की गई है। तमिलनाडु के कुन्नूर जिले में 8 दिसंबर को सीडीएस जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर समेत सेना के कई जवानों ने हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवा दी थी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।