चंडीगढ़, 23 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध की जांच में तेजी लाने के उद्देश्य से प्रदेश में स्थापित चौथी रीजनल फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) ने हिसार में कार्य करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में तीन रीजनल लैब गुरुग्राम के भौंडसी, रोहतक के सुनारिया और पंचकूला के मोगीनंद में पहले से ही संचालित हैं। मधुबन में मुख्य फॉरेंसिक साइंस लैब की सुविधा है।
पुलिस प्रवक्ता ने मंगलवार को यहां कहा कि नई रीजनल एफएसएल ने 12 फरवरी से नारकोटिक्स, टोक्सिकोलॉजी और सेरोलॉजी डिवीजन में विभिन्न आपराधिक मामलों से संबंधित सैम्पल लेने शुरू कर दिए हैं। इस लैब पर हिसार, फतेहाबाद और सिरसा और हांसी पुलिस जिला के मामलों की जांच का ही भार होगा। रीजनल लैब की स्थापना का उद्देश्य वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करके अधिक कुशल जांच प्रक्रिया सुनिश्चित करना है। लैब के काम करने से उपरोक्त जिलों के लोगों को जल्द न्याय मिलेगा।
इससे पहले इन चारों जिले में होने वाले अपराधों से संबंधित सैंपलों की जांच एफएसएल मधुबन में की जाती है। वहां केस जमा करने और रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए समय और संसाधन दोनों की खपत हो रही थी। साथ ही जांच का अधिक भार होने के कारण रिपोर्ट आने में भी विलंब होता था। अब रीजनल लैब संचालित होने से पूरी जांच प्रक्रिया को तेज करते हुए जल्द से जल्द नतीजे मिलेंगे।
उल्लेखनीय है कि डीजीपी मनोज यादव की देखरेख में निदेशक एफएसएल हरियाणा, मधुबन डॉ़ आरसी मिश्रा और आईजीपी हिसार रेंज संजय कुमार के सहयोग से क्षेत्रीय एफएसएल की स्थापना की गई है। डॉ़ अजय कुमार को रीजनल एफएसएल, हिसार का सहायक निदेशक एवं इंचार्ज नियुक्त किया गया है।