हिसार, 1 अक्तूबर (हप्र)
राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार किसानों के लिए आपदा बनकर आई है। एक के बाद एक ऐसी कृषि विरोधी नीतियां किसानों पर थोपी जा रही हैं, जिससे पहले से ही आर्थिक रूप से बदहाल किसान के सामने नई चुनौतियां खड़ी हो जाती हैं। सत्ता के नशे में प्रदेश सरकार को न तो राज्य के कृषक वर्ग के हितों की चिंता है और न ही कृषि बचाने की।
कांग्रेस की कार्यकारी समिति के सदस्य एवं विधायक कुलदीप बिश्नोई ने बृहस्पतिवार को यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ट्यूबवेल कनेक्शन पर राज्य सरकार की नई नीति से किसानों को भारी आर्थिक हानि झेलनी पड़ेगी। बिश्नोई ने कहा कि 31 जनवरी 2019 तक प्रदेश सरकार ने किसानों से ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन की तिथि निर्धारित की थी। राज्य भर में 84537 किसानों ने ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन किया था, लेकिन अभी तक 4 हजार किसानों को ही कनेक्शन मिल पाया है। किसानों ने कर्जा लेकर मोटर, पोल, ट्रांसफार्मर के लिए राश्िा विभाग के पास जमा करवा रखी है। ट्यूबवेल कनेक्शन देने से पहले ऐसा नियम है कि किसान को अपने खेत में बोर करना आवश्यक है।