अम्बाला शहर (हप्र) : जन स्वास्थ्य विभाग से कर्मचारियों की बर्खास्तगी के विरोध में गवर्नमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर यूनियन के बैनर तले धरना बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता संजीव बिड़लान व संचालन रमेश ने किया। जिला प्रधान रणजीत सिंह ने बताया कि यूनियन बिना किसी शिकायत व नोटिस के कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की निंदा करते हुए धरने पर है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों ने अपने रवैये में सुधार नहीं किया और कर्मचारियों की ड्यूटी पर नहीं लिया तो आंदोलन जारी रहेगा। राज्य सह सचिव रविन्द्र शर्मा ने कहा कि जन स्वास्थ्य विभाग के पंचायती पंप ऑपरेटरों के बकाया वेतन का भुगतान किया जाए। जिला सचिव महावीर पाई, अशोक वर्मा, प्रेम सिंह ने भी धरने को संबोधित किया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।