कैथल, 3 मार्च (हप्र)
गांव बाता में इन्दिरा आवास योजना के तहत अधिगृहित जमीन को धोखाधड़ी से बेचने का मामला उजागर हुआ है। इस बारे में गांव निवासी बीरभान ने डीसी प्रदीप दहिया को शिकायत दी है।
गांव बाता निवासी बीरभान की शिकायत के अनुसार विवादित 17 कनाल 4 मरले जमीन गांव बाता तहसील कलायत में है। उपरोक्त जमीन हरियाणा सरकार ने एससी जाति के लिए इन्दिरा आवास योजना कालोनी के लिए वर्ष 1984 में अधिगृहित की थी। इस अधिगृहित जमीन का रेशमा और उसका पति फकीरिया दो बार मुआवजा भी ले चुके हैं। इस जगह पर इन्दिरा आवास योजना के तहत एससी लोगों को कालोनी भी आवंटित की जा चुकी है और करीब 90 लोग कालोनी में रह रहे हैं। इन सभी के नाम इन्दिरा आवास योजना के तहत रजिस्ट्री भी हो चुकी है। आरोप है कि रेशमा ने धोखाधड़ी से उक्त अधिगृहित जमीन की रजिस्ट्री 50 लाख रुपये में अनिल कुमार, संजु राणा, बलजीत, ब्रजपाल निवासी बाता के नाम गत 24 अक्तूबर को करवा दी है जिसका इन्तकाल नंबर 10316 मंजूर व तसदीक हो चुका है। उन्होंने उपायुक्त से अपील की कि उपरोक्त तथ्यों के मद्देनजर मामले की गहनता से जांच की जाए और धोखाधड़ी से जो उक्त इन्तकाल दर्ज व तसदीक किया गया है उसको कैंसल किया जाए।