फैक्ट्स को ध्यान में रखकर चले सोशल मीडिया : हरविन्द्र कल्याण
कार्यक्रम की अध्यक्षता दैनिक ट्रिब्यून के संपादक नरेश कौशल ने की। इस मौके पर संघ प्रदेशाध्यक्ष केबी पंडित, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मीडिया एडवाइजर राजीव जेटली, वरिष्ठ पत्रकार धर्मपाल धनखड़, स्पीकर के विशेष सलाहकार रामनारायण यादव, संदीप साहिल, अनुराग अग्रवाल, राजकुमार प्रिंस सहित कई पत्रकार भी मौजूद रहे। हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में मीडिया चौथा पिल्लर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है 2047 तक विकसित भारत बनाना। इसमें मीडिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि इसके लिए विधानसभा की ओर से कई नई पहल करते हुए कर्मचारियों व अधिकारियों की विशेष ट्रेनिंग शुरू करवाई गई है। मीडिया के लिए भी वर्कशॉप का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है लेकिन सोशल मीडिया को फैक्टस को ध्यान में रखकर कवरेज करनी चाहिए।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंलस का जिक्र करते हुए कल्याण ने कहा कि इससे कार्यक्षमता बढ़ रही है। लेकिन बहुत सी चुनौतियां भी एआई ने समाज के सामने पैदा की हैं। पिछले दिनों दक्षिण अमेरिका में हुई सीपीए कांफ्रेंस में भी इस पर चर्चा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया समाज को जागरूक करने का बहुत बड़ा हथियार है। लेकिन अगर तथ्य गलत हैं तो जागरूकता की बजाय अराजकता फैलेगी, जो किसी के लिए भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी को इस चुनौतियों से मिलकर लड़ना होगा।
बगैर तथ्यों की जांच के खबरें देती हैं गलत संदेश : कौशल
दैनिक ट्रिब्यून के संपादक नरेश कौशल ने कहा कि सोशल मीडिया समय की जरूरत है लेकिन इसमें संपादक के संस्थान की कमी है। फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र के निधन की सोशल मीडिया पर वायरल हुई खबर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिना तथ्यों की जांच के इस तरह की खबरें समाज में गलत संदेश देती हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया को भी आगे दौड़, पीछे छोड़ की बजाय तथ्यों को ध्यान में रखते हुए रिपोर्टिंग करनी चाहिए।
कौशल ने कहा कि सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं होना चाहिए। हरियाणा पत्रकार संघ के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में लीडरशिप करना बहुत चुनौतीपूर्ण है। फील्ड में पत्रकारों को संगठित करना तलवार पर चलने के समान है। पत्रकारों की आशाओं, आकांक्षाओं के साथ-साथ सरकार का भी ख्याल रखना होता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का दायरा क्योंकि बहुत बड़ा है, ऐसे में उसकी जिम्मेदारी भी उतनी ही बड़ी है।
मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर राजीव जेटली ने पत्रकारों के लिए शुरू की गई पेंशन योजना सहित अन्य सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यह सब भाजपा सरकार में ही हुआ है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समय पेंशन की शुरूआत हुई। 10 हजार रुपये से पेंशन शुरू की गई और अब इसे 15 हजार किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मीडिया की मांगों के प्रति काफी सकारात्मक रहते हैं। वहीं संघ प्रदेशाध्यक्ष केबी पंडित ने संघ की उपलब्धियां रखीं।
