चंडीगढ़, 5 दिसंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में बिजली चोरी और लाइन लॉस अब लगातार कम हो रहा है। लाइन लॉस घटकर 14 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है। केंद्रीय बिजली मंत्रालय के नियमों के हिसाब से भी यह अंडर-कंट्रोल ही माना जा रहा है। इसलिए केंद्र ने भी हरियाणा को इस उपलब्धि के लिए शाबाशी दी है। इसके बाद भी सरकार बिजली चोरी पर पूरी तरह से अंकुश लगाने की कोशिश में जुटी है। पिछले डेढ़ वर्षों में सात बार बिजली चोरों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की जा चुकी है। हालिया छापेमारी 29 नवंबर को हुई जिसमें बिजली चोरी के 3 हजार के लगभग केस पकड़े गए।
अहम बात यह है कि अब बड़ी कंपनियों व फैक्टरियों में चोरी के मामले बहुत कम मिल रहे हैं। अलबत्ता छोटे उद्योगपतियों के अलावा ढाबों, रेस्टोरेंट्स, ईंट-भट्ठों, गोदामों, आइस फैक्टरी व कोल्ड स्टोर आदि में सबसे अधिक चोरी के मामले पकड़े गए हैं। पिछले डेढ़ साल के दौरान हुई सात बार की छापेमारी में बिजली विभाग की टीमों ने कुल 26 हजार 26 प्रतिष्ठानों में चोरी के मामले पकड़े। बिजली चोरों से 93 करोड़ से अधिक जुर्माना भी वसूला गया है। सबसे पहले पिछले साल लगातार दो दिन ndash; 27 व 28 फरवरी को राज्यभर में बिजली चोरों पर सर्जिकल स्ट्राइक हुई। इस दौरान कुल 236 टीमों ने 7 हजार 710 प्रतिष्ठानों में रेड की और 2 हजार 735 जगहों पर चोरी पकड़ी गई। उन पर लगभग 10 करोड़ का जुर्माना लगाया। इसके बाद 9 व 10 जुलाई को फिर विभाग की 507 टीमों ने राज्यभर में 30 हजार 59 प्रतिष्ठानों पर छापे मारे। 6040 जगहों पर चोरी पकड़ी गई और 25 करोड़ का जुर्माना वसूला गया। 25 व 26 अक्तूबर को विभाग की 496 टीमों ने 32 हजार 397 जगहों पर चैकिंग कर 5677 लोगों को चोरी करते पकड़ा। उन पर 20 करोड़ का जुर्माना लगाया गया। 11 दिसंबर को हुई छापेमारी में 2846 जगहों चोरी पकड़ कर 8 करोड़ 88 लाख रुपये का जुर्माना वसूला। 4 अप्रैल को 17 हजार 734 जगहों पर चैकिंग की ओर चोरी करते पकड़े जाने पर 2692 प्रतिष्ठानों से 10 करोड़ 23 लाख का जुर्माना वसूल किया।
80 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य
प्रदेश में बिजली चोरी को पूरी तरह से रोकने के लिए निगमों ने स्मार्ट मीटर लगाने शुरू कर दिए हैं। राज्य में कुल 80 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इनमें से सात लाख से अधिक मीटर लग भी चुके हैं। 10 लाख और स्मार्ट मीटर खरीदने की तैयारी है। इसकी शुरुआत शहरों से हो रही है। इसके बाद गांवों में भी स्मार्ट मीटर लगेंगे।
” मुख्यमंत्री का साफ विजन है कि बिजली चोरी प्रदेश में किसी सूरत में नहीं होने देंगे। डेढ़ वर्षों में सात बार बिजली चोरों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक भी सीएम को विश्वास में लेकर चलाई है। हमने 93 करोड़ से अधिक का जुर्माना वसूला है। लगातार हो रही छापेमारी से चोरी के मामलों में कमी आई है। हमने लाइन लॉस को घटाकर करीब 14 प्रतिशत ला दिया है। ”
-चौ. रणजीत सिंह, बिजली मंत्री