बाढड़ा, 31 अगस्त (निस)
गांव लाडावास के ग्रामीणों ने उपमंडल कार्यालय पहुंच कर उखेड़ा व सफेद मक्खी से प्रभावित फसलों की सुध लेने पर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गांव निवासी राजेश लाडावास की अगुवाई में किसान प्रतिनिधि मंडल ने प्रभावित फसलों की प्रशासन द्वारा सुध न लेने पर जमकर रोष जताया। किसानों ने कहा कि उनके महंगे खाद बीज इस्तेमाल कर बोई गई नरमा आज पूरी तरह खराब हो गई है। इससे किसानों को अपनी लागत भी नहीं मिलने वाली। वे अपनी मांग को लेकर बार-बार प्रशासन से अपील कर चुके हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं होने से मजबूरीवश अब आंदोलन ही एकमात्र विकल्प रह गया है।
आंदोलनरत किसानों के मध्य पहुंचे एसडीएम प्रीतपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि व किसान के हितों की रक्षा के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने किसानों को शांति बरतने की अपील करते हुए उनको आश्वस्त किया कि उनकी समस्या से जिला उपायुक्त को अवगत करवा दिया गया है तथा प्रशासन हरसंभव कदम उठाएगा।
भाकियू का विरोध प्रदर्शन आज : भाकियू का जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन 1 सितंबर को उपमंडल कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन दिया जाएगा। कार्यक्रम में अधिक से अधिक किसानों को आमंत्रित करने के लिए भाकियू पदाधिकारी अलग अलग जोन बनाकर प्रचार अभियान में जुटे हैं। यह बात भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा व महासचिव हरपाल भांडवा ने दी। उन्होंने बताया कि नरमा की खराब फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाने व रबी सीजन का बकाया सत्रह करोड़ का मुआवजा जारी करने समेेत ज्वलंत मांगों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
किसान संघर्ष समिति ने भी संभाला मोर्चा : किसान संघर्ष समिति 3 सितंबर को जिला स्तरीय बैठक आयोजित कर नरमा की फसलों के खराब होने पर सरकार द्वारा कोई जांच नहीं करवाने पर विचार कर एसडीएम के मध्यम से ज्ञापन देगी तथा एक सप्ताह में स्पेशल गिरदावरी न होने की सूरत में बेमियादी अनशन कार्यक्रम शुरू करने का अल्टीमेटम देगी। यह जानकारी किसान संघर्ष समिति संयोजक कमलसिंह मांढी व जिलाध्यक्ष मीरसिंह जेवली ने दी। उन्होंने कहा कि दक्षिणी हरियाणा में बोई गई नरमा की फसलें पूरी तरह चौपट हो गई लेकिन सरकार के कृषि, राजस्व विभाग द्वारा कोई सुध नहीं लेने से किसानों में अपने भविष्य को लेकर चिंताएं बन गई हैं। उपमंडल का एक भी ऐसा गांव नहीं है जहां की नरमा उखेड़ा व सफेद मक्खी के कारण बर्बाद नहीं हो पाई हो।