एजेंसियां/पुरुषोत्तम शर्मा
नयी दिल्ली/सोनीपत 26 जनवरी
राष्ट्रीय राजधानी से लगे सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान मंगलवार को पुलिस के अवरोधकों को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए। किसान यहां कई दिनों से केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की कोशिश भी की और कहा कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी गई है। अधिकारी ने कहा, ‘लेकिन किसानों के कुछ समूह माने नहीं और पुलिस के अवरोधक तोड़ कर आउटर रिंग रोड की ओर बढ़ने लगे।’ केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संघों के प्रमुख संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के एक सदस्य ने कहा कि अवरोधक तोड़ने वाले लोग ‘किसान मजदूर संघर्ष कमेटी’ के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि किसानों की ट्रैक्टर परेड पुलिस की अनुमति के बाद निर्धारित समय पर शुरू होगी। प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने एक फरवरी को संसद तक पैदल मार्च करने की भी घोषणा की है, जिस दिन संसद में वार्षिक बजट पेश किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सोनीपत के कुंडली बॉर्डर से दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के लिए किसानों का जत्था एक तरफ के बैरिकेड खुद हटाकर निकल गया। सिंघु बॉर्डर पर जब सुबह बैरिकेड नहीं हटाए तो किसानों ने स्वयं ही बैरिकेड हटाने शुरू कर दिए। इस दौरान एक बार तनातनी भी हुई, लेकिन बाद में किसान एक तरफ के बैरिकेड हटाकर अपने ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में जुटना शुरू हो गए। परेड में हर तरह की झांकी को शामिल किया गया है। देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे है और महिलाओं की भी काफी संख्या है। दिल्ली में किसानों की परेड का फूलों से स्वागत किया गया।
हजारों की संख्या में ट्रैक्टर व किसान खेती और किसानी में प्रयोग होने वाले कृषि यंत्रों से लेकर खुशहाली को दिखाती झांकियां लेकर चल रहे थे। ट्रैक्टरों व हाथों में तिरंगा व किसान यूनियन का झंडा माहौल को पूरी तरह देशभक्ति से सराबोर बना रहा था। किसानों की ट्रैक्टर परेड का जगह-जगह फूल बरसाकर स्वागत किया गया।
निहंग दिखा रहे करतब
ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए निहंगों का जत्था रवाना हो गया है। निहंग पहले जत्थे के पीछे निकले है। निहंग जत्था ट्रैक्टरों के साथ घोड़े, बाइक व पैदल ही दिल्ली की तरफ कूच गया है। हाथों में झंडे व हथियार लेकर चल रहे किसान हैरत अंगेज करतब दिखा रहे हैं जिन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है।
गुरनाम चढूनी भी जीप लेकर निकले
कुंडली बॉर्डर से कई किसान नेता दिल्ली की सीमा पार कर गये। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी अपनी जीप में साथी किसानों के साथ दिल्ली की तरफ रवाना हुए।
दूल्हा बनकर परेड में निकला बुजुर्ग किसान
ट्रैक्टर परेड के दौरान एक बुजुर्ग किसान दूल्हा बनकर परेड में शामिल हुआ है। दूल्हा बनकर निकला किसान सिर पर सेहरा बांधने के साथ ही हाथ में तलवार लेकर चल रहा है। उसके साथ अन्य किसान बाराती बनकर चल रहे हैं।
अभिवादन स्वीकार करते हुए निकले किसान नेता राजेवाल
पंजाब के किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल अन्य किसान नेताओं के साथ परेड में शामिल हो गए हैं। वह गाड़ी में सवार होकर दिल्ली के निकले हैं। उनकी गाड़ी को निकालने के लिए युवा उनके आगे डंडे लेकर चल रहे थे। बलबीर सिंह राजेवाल लगातार लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए आगे बढ़ रहे थे।
शबद कीर्तन करते हुए जा रही सिख संगत
किसानों की ट्रैक्टर परेड में सिख संगत शबद कीर्तन करते हुए चल रही है। इसके लिए गाड़ियों के ऊपर माइक लगाए गए हैं। गाड़ी की छत पर बैठे सिख जत्थे शबद कीर्तन से किसानों के अंदर जोश भर रहे हैं। किसान मजदूर संगठन का जत्था रिंग रोड पर जाने काे अड़ा है। इसे करनाल बाईपास पर राेक दिया है, अब यह जत्था तय रुट से ही जाएगा। भव्य और शांति पूर्ण तरीके से चल रही है परेड। लगभग हर बार्डर से परेड शुरू कर दी है।