शाहाबाद मारकंडा, 18 अक्तूबर (निस)
400 गौवंश को आश्रय प्रदान कर रही श्री कृष्ण गौशाला की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। सरकार से एक वर्ष में प्रति गाय 300 रुपये गायों के लिए मिलता है जो 85 पैसे प्रतिदिन प्रति गाय बैठता है। जिससे उनका ख्याल नहीं रखा जा सकता।
गौशाला संचालन समिति के प्रधान समाजसेवी इंद्र बत्तरा ने कहा कि सरकार को चाहिए कि प्रति गाय गौशाला को प्रतिदिन न्यूनतम 50 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाये। उन्होंने कहा कि गौशाला में 50 गुणा 125 फुट साइज के दो बड़े शैड की जरूरत है तथा एक ऐसे वाहन की जरूरत है जिससे दुर्घटनाग्रस्त एवं घायल गौवंश को तुरंत उपचार के लिए उठाकर चिकित्सा सुविधा दिलाई जाये। इनके लिए धन की जरूरत है। दो वर्ष पहले सांसद नायब सिंह सैनी ने पांच लाख रुपए अनुदान घोषित किया था जो आज तक नहीं मिला है। गौभक्त परिवारों से आह्वान है कि गौशाला में इन जरूरतों को उदारता पूर्वक दान देकर मदद की जाये।
सरकार गौशाला को स्वावलंबी बनाने के लिए कोई प्रोजैक्ट शुरू करे। दुर्घटनाग्रस्त गौवंश के उपचार के लिए यहां कोई चिकित्सा व्यवस्था नहीं है, कोई सरकारी डाॅक्टर नहीं जो गौशाला में आकर गौवंश को देखे। उन्हें दिखाने के लिए पिपली ले कर जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पशुचारे पर मार्किट फीस देनी पड़ती है, जो माफ की जाये।