घरौंडा, 30 नवंबर (निस)
शहर के फुटपाथों पर दुकानदारों ने अतिक्रमण किया हुआ है। फुटपाथ पर शायद ही कोई ऐसा हिस्सा बचा होगा, जहां दुकानदारों का कब्जा न हो। नगरपालिका फुटपाथों को कब्जा मुक्त करवाने के लिए अभियान तो जरूर चलाती है लेकिन इनके अभियानों में कार्रवाई कम खानापूर्ति ज्यादा दिखाई देती है। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ नगरपालिका का ढीला रवैया अतिक्रमण को ओर बढ़ावा देता है। राहगीरों को मजबूरन फुटपाथ की बजाय सड़क पर चलना पड़ता है, जिससे हर वक्त हादसों का खतरा बना रहता है। राहगीरों के आवागमन के लिए सर्विस रोड पर फुटपाथ बनाए गए हैं, लेकिन पानीपत-करनाल साइड में मेन गंदे नाले से लेकर राइस मिल तक और करनाल-पानीपत साइड में साईं मंदिर रोड से लेकर कैमला रोड तक फुटपाथ दुकानदारों के कब्जें में हैं। किसी दुकानदार ने अपनी मोटर साइकिलें खड़ी की हुई हैं तो किसी ने फास्ट फूड के लिए अस्थाई ढांचा खड़ा कर रखा है। कोई फूलों की दुकान सजाए बैठा है तो किसी ने फुटपाथ को कार पार्किंग बना लिया है।
फुटपाथ पर ही होती है वेल्डिंग
वेल्डिंग का काम करने वाले दुकानदार तो फुटपाथ पर ही सारा काम करते हैं और ऐसा कई वर्षों से होता आ रहा है। प्रत्येेक दुकानदार ने किसी न किसी रूप में फुटपाथ को अपने कब्जें में लिया हुआ है, लेकिन इस ओर न तो शासन का ध्यान है और ना ही प्रशासन का। शहरवासी विनोद कुमार, प्रदीप कुमार, सुनील, दिव्यांश, पवन कुमार व अन्य का कहना है कि राहगीरों को मजबूरन सड़कों पर चलना पड़ रहा है। सड़क पर चलने से अक्सर हादसों का खतरा बना रहता है।
पालिका का नहीं है इस ओर ध्यान
बैंकों, पकौड़े की दुकानों व ऑटों सेंटर के सामने तो बहुत ज्यादा स्थिति खराब है। फुटपाथ पर पहले ही कब्जा होता है और इन स्थानों के आगे सर्विस लेन पर ही वाहन खड़े हो जाते हैं, जिससे कई फुट चौड़ी सड़क भी संकरी हो जाती है। बावजूद इसके नगरपालिका का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
{नगरपालिका समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाती है। अब जल्द ही अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा।
-रविप्रकाश शर्मा, सचिव नगरपालिका, घरौंडा