ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़/पंचकूला, 23 अप्रैल
हरियाणा के आम लोगों को अब राज्य की सब्जी मंडियों में फल-सब्जियां नहीं मिलेंगी। केवल थोक विक्रेताओं और गली-मोहल्लों में सब्जियां बेचने वाले रेहड़ी एवं फड़ी वालों को ही मंडियों में जाने की इजाजत होगी। उनके लिए भी समय तय किया गया है। आम लोगों को उनके घर के बाहर ही सब्जियां उपलब्ध होंगी। इसके लिए रेहड़ी वालों को अलग-अलग गली-मोहल्ला आवंटित होंगे। वे न तो दूसरे इलाकों में जा सकेंगे और न ही दूसरे इलाकों के लोग उनकी जगह फल-सब्जियां बेच सकेंगे। प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है। इसके लिए प्रदेश की सभी मार्केट कमेटियों के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं। लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो और मंडियों में अधिक भीड़ न जुटे, इसके लिए शहरों एवं कस्बों में अस्थाई सब्जी मंडियों बनाई जाएंगी। इसके लिए भी मार्केट कमेटियों के सचिवों को अधिकृत किया गया है।
हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक (सीएम) ने प्रदेश के सभी उपमंडलों के एसडीएम को भी इस संबंध में हिदायतें जारी की हैं। एक ही स्थान पर लगने वाली बड़ी मंडियों को हिस्सों में बांटा जाएगा। इसका निर्णय मार्केट कमेटी सचिव संबंधित एसडीएम की मंजूरी से लेंगे। अस्थाई मंडियों से भी मार्केट फीस वूसली जाएगी। इन मंडियों में बैठने वाले फल व सब्जी विक्रेताओं को भी अलग-अलग हिस्सों में बांटा जाएगा ताकि लोगों की भीड़ न जमा हो सके।
इन मंडियों में अब आम लोगों को फल-सब्जियां नहीं मिलेंगी। यहां से सिर्फ दुकानदार, रेहड़ी-फड़ी वाले तथा खुदरा व्यापारी ही सामान ले सकते हैं। यह मंडियां रोजाना सिर्फ सुबह पांच बजे से 11 बजे तक ही खुलेंगी। आपात स्थिति में संबंधित एसडीएम केवल एक घंटे का समय ही बढ़ा सकेंगे। मंडियों को जहां रोजाना सेनेटाइज करना होगा। मंडियों में काम करने वाले व्यापारियों व कर्मचारियों को भी दस्ताने पहनने होंगे और अनिवार्य रूप से मास्क लगाना होगा। मंडियों में यह ध्यान रखना होगा कि लोगों की भीड़ न जुटने पाये।
रेहड़ी वालों को जारी होंगे पहचान-पत्र
मार्केटिंग बोर्ड की ओर से सभी एसडीएम व मार्केट कमेटी सचिवों को निर्देश दिए हैं कि वे शहरों एवं कस्बों में रेहड़ी व फड़ी के माध्यम से फल-सब्जियां बेचने वालों को पहचान-पत्र जारी करें। यह काम तुरंत करने को कहा गया है। रेहड़ी-फड़ी वाले जहां एक स्थान पर खड़े होकर सब्जी नहीं बेचेंगे, वहीं उन्हें क्षेत्र अलॉट किए जाएं। यह प्रयास किया जाए कि एक आवासीय कालोनी में दिन में कम से कम दो सब्जी विक्रेता और दो फल विक्रेता जरूर जाएं।
नियंत्रण में रहेंगे रेट
कोरोना की वजह से फल-सब्जियों के दाम भी बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए सरकार ने मार्केट कमेटी सचिवों को निर्देश दिए हैं कि वे रोजाना मंडियों में फलों व सब्जियों के दाम तय करेंगे। रेहड़ी-फड़ी वालों को भी इसके बारे में सूचित किया जाएगा। तय दामों से अधिक पर फल-सब्जियां बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।