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कैंसर से जूझ रही टोहाना की सरिता ने केबीसी में जीते 12.50 लाख

महिला की मजबूत इच्छा शक्ति की अमिताभ ने की प्रशंसा
फतेहाबाद जिले के टोहाना की सरिता सिंगला केबीसी शो में अमिताभ बच्चन के समक्ष हॉट सीट पर। -हप्र
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मदन लाल गर्ग/हप्र

फतेहाबाद, 28 नवंबर

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बीते 28 सालों से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही महिला की इच्छाशक्ति इतनी मजबूत कि 25 सालों से केबीसी में जाने का सपना भी पूरा कर लिया। यह कहानी है फतेहाबाद जिले के टोहाना की रहने वाली 71वर्षीय सरिता सिंगला की। सरिता ने कैंसर जैसी बीमारी की परवाह न करते हुए 24 वर्ष पहले कौन बनेगा करोड़पति में जाने का सपना संजोया। महिला कैंसर जैसी बीमारी को हराने की जिद के साथ-साथ केबीसी में जाने की जिद भी पाल बैठी। इन सबमें उसका साथ दिया धार्मिक ग्रंथों व पुस्तकों ने।

स्नातक तक पढ़ी सरिता सिंगला को शुरू से ही धार्मिक व अन्य पुस्तके पढ़ने में रुचि है। बीती रात प्रसारित हुए ‘कौन बनेगा करोड़पति’ शो में महिला ने कुल 16 सवालों में से 12 का सही जवाब देकर 12.50 लाख रुपये जीते हैं। 25 वर्ष से केबीसी में आने का सपना संजोने वाली महिला और उसके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। महिला अभी भी अपने पति के साथ मुम्बई में है। उन्होंने सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के सामने भी अपनी बीमारी का जिक्र किया और अमिताभ बच्चन ने टीवी पर सार्वजनिक रूप से अपनी बीमारी पर बात करने को लेकर उनके जज्बे व इच्छाशक्ति की प्रशंसा भी की। उधर परिवार का कहना है कि रुपये जीतने से ज्यादा उनका केबीसी शो में जाकर अपने सपने को पूरे करने को लेकर खुशी है। 13वां राऊंड 25 लाख रुपये के लिए था, लेकिन यहां पहुंचकर उन्होंने क्विट कर दिया।

शो में सरिता सिंगला ने अमिताभ बच्चन को बताया कि वे 1996 से कैंसर की बीमारी से जूझ रही हैं। कुछ वर्ष इलाज करवाकर वह ठीक हुईं, लेकिन 2020 में फिर कैंसर वापस आ गया, लेकिन वे हिम्मत नहीं हारीं और अभी भी इससे जूझ रही हैं। इस पर अमिताभ बच्चन ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि आप इस बीमारी से डरी नहीं, बल्कि मजबूती से लड़ रही हैं, इससे अन्य कैंसर पीडि़त महिलाओं को भी प्रेरणा मिलेगी कि धैर्य व मजबूत इच्छाशक्ति से बड़ी से बड़ी बीमारी से लड़ने के साथ सपने भी पूरे किए जा सकते हैं।

पहले केबीसी से आये फोन को फ्रॉड समझा, फिर सही निकला : अमित

टोहाना में उनके पुत्र अमित सिंगला ने खुशी प्रकट करते हुए दैनिक ट्रिब्यून से बात करते हुए बताया कि उनकी मां वर्ष 2000 में केबीसी के शुरू होने के समय से ही इस शो में हिस्सा लेने के लिए लगातार प्रयासरत रहीं थी। 1996 में कैंसर का पता लगने के बाद से मुम्बई के टाटा कैंसर अस्पताल से उनका इलाज चल रहा है और उनके माता-पिता साल में दो से तीन बार इलाज करवाने वहां जाते रहे हैं। एक बार कैंसर से वे उबर गई थीं, लेकिन 2020 में फिर से इसके लक्षण सामने आने पर ट्रीटमेंट शुरू किया गया। इसी सिलसिले में उनकी मां और पिता शिव कुमार सिंगला मुम्बई जाते रहते है। उन्होंने इसी साल केबीसी के लिए जुलाई महीने में फोन लाइन खुलने पर ऑडिशन दिया तो वे सिलेक्ट हो गईं। जब उन्हें केबीसी से फोन आया तो पहले तो उन्होंने इसे फ्रॉड समझा, लेकिन बाद में पता चला कि फोन सही था। जिस पर उनके माता-पिता 10 नवंबर को मुंबई चले गए। वहां 12 तारीख को शो का शूट हुआ, जिसमें उनकी माता ने 12.50 लाख रुपये जीते, इसका प्रसारण 27 नवंबर की रात को हुआ है। जिसका पता चलने पर पूरे टोहाना में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि उनकी मां 2014 में चंडीगढ़ में भी ऑडिशन दे चुकी हैं, इसके बाद 2022 में अमृतसर ऑडिशन में गईं, लेकिन सफलता नहीं मिली। आखिरकार अब जाकर उनका सपना साकार हुआ। रुपये से ज्यादा बड़ी खुशी उनके सपने पूरे होने की है।

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